
( रितिक भारती )
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा में नया खुलासा हुआ है। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने गोली भी चलाई थी, जो एक एएसआई को लगी। बताया जा रहा है कि ये गोली असलम नाम के शख्स ने चलाई थी, जिससे पिस्तौल भी बरामद की गई है। कल हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी की गई थी। इस हिंसा में 8 पुलिसकर्मियों समेत करीब 9 लोग घायल भी हुए। हिंसा के आरोप में असमल समेत अबतक 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

पुलिस से मिली जानकारीनुसार, अंसार पर पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। एफआईआर में लिखा गया है। उसके मुताबिक जब शोभायात्रा जहांगीरपुर के सी ब्लॉक में जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार नाम का एक आदमी अपने चार-पांच साथियों के साथ पहुंचा और शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा। इसके बाद ही विवाद बढ़ गया और पत्थरबाजी शुरू हो गई। बड़ी खबर ये है कि जिन 15 लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें अंसार भी शामिल है।

शोभायात्रा शांतिपूर्ण निकाली जा रही थी और बहस के बाद उस पर पथराव किया गया। पथराव दोनों तरफ से हुआ।
पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई FIR में कहा गया है, कि भीड़ की तरफ से पुलिस पर फायरिंग और पथराव किया गया। इसमें एसआई मेदालाल के बाएं हाथ में गोली लगी। जबकि बकि 6-7 पुलिसकर्मियों और एक आम आदमी को भी गंभीर चोटें आई। इतना ही नहीं, उपद्रवी भीड़ ने एक स्कूटी में आग लगा दी। साथ ही 4-5 गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर दी।

पुलिस की FIR में क्या लिखा
शाम 6 बजे शोभा यात्रा जहांगीरपुरी के जामा मस्जिद पहुंची। अंसार नाम का आदमी 4-5 साथियों के साथ पहुंचा। अंसार ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस की। झगड़ा बढ़ा और पत्थरबाजी शुरू हो गई। हिंसा काबू करने के लिए 40-50 आंसू गैस के गोले छोड़े गए। भीड़ की तरफ से फायरिंग भी की गई। गोली लगने से SI मेदालाल जख्मी हो गए।
फायरिंग, पथराव कर सांप्रदायिक दंगा किया गया।