
राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने फिर से संकट खड़ा कर दिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया।
हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में सुधार के संकेत दिखे, लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में हवा जहरीली बनी हुई है। दिल्ली का समग्र AQI 228 से 251 के बीच रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है, लेकिन स्थानीय स्तर पर आनंद विहार (298), बवाना (301), चांदनी चौक (299), आर.के. पुरम (298), आईटीओ (275), अक्षरधाम (272), एम्स (291) और बुराड़ी (264) जैसे इलाकों में स्थिति गंभीर बनी रही। वजीरपुर में AQI 312 तक पहुंचा, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। 25 निगरानी केंद्रों पर ‘खराब’ और 11 पर ‘मध्यम’ दर्ज हुआ।
शुक्रवार को हवा उत्तर-पूर्व दिशा से 5 किमी/घंटा की गति से चली, मिश्रण गहराई 2000 मीटर और वेंटिलेशन इंडेक्स 7000 वर्ग मीटर/सेकंड रहा। दोपहर 3 बजे पीएम10 157 और पीएम2.5 94.3 माइक्रोग्राम/घन मीटर दर्ज किया गया। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वास रोगियों के लिए। GRAP-II उपाय लागू हैं, जिसमें निर्माण कार्य सीमित और गैर-बीएस-वीआई वाहनों पर प्रतिबंध शामिल है।
| इलाका | AQI | श्रेणी |
|---|---|---|
| आनंद विहार | 298 | खराब |
| बवाना | 301 | बेहद खराब |
| चांदनी चौक | 299 | खराब |
| आर.के. पुरम | 298 | खराब |
| आईटीओ | 275 | खराब |
| अक्षरधाम | 272 | खराब |
| एम्स | 291 | खराब |
| बुराड़ी | 264 | खराब |
| वजीरपुर | 312 | बेहद खराब |





