पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में एयर कंडीशनर डबल डेकर क्रूज़ कराएगा गंगा की सैर, जानें क्या है खासियत

रिपोर्ट- अमित सिंह

वाराणसी। धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में शहर की संस्कृति से रूबरू होने आने वाले देश-विदेश से पर्यटक बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और मां गंगा के तट पर स्थित अलौकिक घाटों को देखने जरूर आना चाहता है।

क्रूज़

गंगा घाट आने के बाद गंगा की लहरों पर नौका विहार कर लोग अपने इस दौरे को यादगार बनाना चाहते हैं। जिसे लेकर वाराणसी में कोलकाता से लंबी यात्रा के बाद पहुंचा यह हाई-फाई क्रूज़ 15 अगस्त से डेली यहां आने वाले पर्यटकों को गंगा की सैर कराएगा।

यही नहीं यह क्रूज धर्म की दृष्टि से भी लोगों के काम आने वाला है। क्योंकि इस क्रूज में आप जलाभिषेक और गंगा पूजन भी कर सकते हैं। और क्रूज में पार्टी की भी व्यवस्था किया गया है। और क्या-क्या है। इस क्रूज में और क्या है। इसके अंदर का नजारा देखिए इस हमारी रिपोर्ट में।

वाराणसी में आया यह क्रूज कोलकता में तैयार किया गया है। और प्राइवेट नॉर्डिक क्रूज लाइन इसका संचालन बनारस में करेगी। इस बारे में कंपनी के डायरेक्टर मनोज पोद्दार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी का सांसद बनने के बाद से शहर में बहुत से पॉजिटिव बदलाव आए हैं।

अचानक वाराणसी के हॉटेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है। क्योंकि यहां आने वाला हर सैलानी गंगा में वोटिंग जरूर करना चाहता। लेकिन वहीँ पटरे वाली पुरानी नाव पर उसे सवार होकर बोटिंग करनी पड़ती है। इसी को ध्यान रखते हुए गंगा की लहरों पर बनारस का मजा लेने का तरीका चेंज करने की सोच के साथ अलकनंदा काशी नाम के इस क्रूज को तैयार किया है।

यह क्रूज फिलहाल वाराणसी के खिड़कियां घाट पर खड़ा है। इस क्रूज में सेफ्टी फीचर पर बहुत ध्यान रखा गया है। इसका इंजन 450 हॉर्स पॉवर का है। इसके साथ ही एक सर्विस बोट भी है।

यह सर्विस बोट इमरजेंसी की सिचुएशन में लाइफ बोट का काम करेगी। इसके अलावा इस लक्ज़री क्रूज में पर्याप्त संख्या में लाइफजैकेट्स और लाइफगार्ड्स मौजूद रहेंगे।

इसका इंजन एनवायरनमेंटल नॉर्म्स के हिसाब से ही काम करेगा। साथ ही यह पूरी तरह से साउंड प्रूफ है। खास ये है कि इस क्रूज में 2000 स्क्वायर फीट की जगह है। जिसे सेमीनार और पार्टी हाल की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा।

वाराणसी की धार्मिक आस्था के चलते इस क्रूज पर कोई भी ऐसा खान-पान इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। जो इसके अनुरूप न हो।

दो मंजिला इस क्रूज में नीचे का डेक पूरी तरह से एयर-कंडीशन्ड है। इसमें सेमीनार और पार्टी आर्गनाइज की जा सकेगी। यह एक बड़े हॉल नुमा है जिसमें इवेंट के मुताबिक़ बैठने की भी व्यवस्था की जा सकती है।

इसकी दीवार पर ऑडियो-विजुअल सिस्टम चलाने की भी व्यवस्था रहेगी। इसका इस्तेमाल कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए किया जा सकेगा। इसके अलावा इसमें बायो-टॉयलेट की सुविधा है। ताकि किसी भी तरह से कोई गंदगी गंगा के पानी में न मिलने पाए।

इस हॉल के साथ ही पैंट्री की भी व्यवस्था रहेगी। ताकि टूरिस्ट्स को ब्रेकफास्ट, स्नैक्स और लंच परोसा जा सके। इस क्रूज के विंडो काफी बड़े बनाए गए हैं। ताकि अंदर बैठा व्यक्ति बाहर के नज़ारे का पूरा लुत्फ़ उठा सके।

मनोज ने बताया कि इस क्रूज को शुरुआत में अस्सी घाट से राजघाट तक चलाने की योजना है। जिसमें से तीन अलग-अलग भागों में बांटा गया है। पहला रिजल्ट सुबह सूर्योदय कि वक्त होगा दूसरा शाम को सूर्य अस्त के वक्त गंगा आरती कराते हुए खत्म किया जाएगा।

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इसके बाद जो दोपहर का वक्त बचेगा उसमें क्रूज़ का इस्तेमाल कॉरपोरेट मीटिंग, किटी पार्टी या फिर अन्य तरह की पार्टियों को कराने के लिए बुक करवा कर किया जाएगा।

मनोज ने बताया कि 2 घंटे की क्रूज राइड के लिए पर व्यक्ति 750 रुपये प्लस जीएसटी की रकम ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये चुकानी होगी। 60 लोगों के नीचे और 30 लोगों के ऊपर बैठने की क्षमता वाला ये क्रूज अस्सी घाट से टूरिस्ट्स को लेकर राजघाट तक जाएगा और फिर वहां से वापस आएगा।

इस दौरान टूरिस्ट्स को घाटों के दर्शन के अलावा जगह-जगह होने वाली विश्व-प्रसिद्ध गंगा आरती भी देखने को मिलेगी। मनोज ने बताया कि क्रूज को 15 अगस्त से चलाए जाने की तैयारी फिलहाल की गई है।

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इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजारिश की जा रही है कि इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करें। कोशिश है कि प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे गंगा की लहरों पर रवाना करें।

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