इन जेलों में रची गई थी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश, STF ने शहर में डाला डेरा

 विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की गनर समेत सनसनीखेज तरीके से हत्या की साजिश के तार अहमदाबाद और बरेली जेल से जुड़ रहे हैं। जहां प्रयागराज एसटीएफ को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की साजिश बरेली जेल में रचे जाने का शक है।

जिले में दो दिन से डेरा डाली एसटीएफ की टीम ने जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई और हत्याकांड में नामजद आरोपी खालिद अजीम उर्फ अशरफ से पूछताछ के लिए जेल प्रशासन से संपर्क साधा है। एसटीएफ जल्द ही उससे पूछताछ कर सकती है। अशरफ दो साल से जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद है। इस दौरान पूर्वांचल के कुछ लोगों ने उससे मुलाकात भी की है।

उमेश पाल हत्याकांड की साजिश जेल के अंदर रची जाने की आशंकाओं के बीच प्रयागराज एसटीएफ शनिवार को ही बरेली पहुंच गई थी। जेल प्रशासन से अशरफ की गतिविधियों और दिनचर्या के बारे में जानने के अलावा उससे जेल में मुलाकात करने वालों के संबंध में भी ब्योरा जुटाया। यह भी सुराग जुटाए कि उमेश पाल की हत्या के दौरान या हाल के दिनों में अशरफ प्रयागराज में किसी के संपर्क में तो नहीं था। 

माफिया अतीक अहमद गुजरात की साबरमती और उसका भाई अशरफ बरेली जेल में बंद है। एसटीएफ जेल में अशरफ से मुलाकात करने वालों की कुंडली खंगाल रही है। हालांकि, अशरफ को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उमेश हत्याकांड के बाद उसे तन्हाई में भेज दिया गया है। माफिया अतीक भी बरेली जेल में रह चुका है। जेल अधीक्षक राजीव कुमार शुक्ला ने बताया कि अशरफ से पूछताछ के लिए एसटीएफ ने संपर्क साधा है। कोर्ट की अनुमति के बाद ही एसटीएफ पूछताछ कर सकेगी।

अशरफ की निगरानी में लगी सर्च टीम बदली गई

सेंट्रल जेल-2 में सर्च टीमों को बदल दिया गया है। अशरफ की निगरानी में लगी पुरानी सर्च टीम को रविवार को हटाकर उसके स्थान पर दूसरी टीम को तैनात कर दिया गया है। दूसरी ओर जेल में बंद टॉप-टेन अपराधियों की सूची भी रविवार को जेल प्रशासन ने शासन को भेज दी है। इनमें अशरफ का नाम भी शामिल है। शासन ने टॉप-टेन अपराधियों की निगरानी और अन्य सुरक्षा बंदोबस्तों के बारे में भी जेल प्रशासन से जानकारी मांगी है।

LIVE TV