
दिल्ली पुलिस ने यूट्यूबर एलविश यादव के गुरुग्राम स्थित निवास पर फायरिंग करने के मामले में दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हिमांशु भाऊ-नीरज फरीदपुरिया गैंग्स से जुड़े बताए जा रहे हैं।

गिरफ्तार शूटरों ने खुलासा किया कि घटना के बाद वे भारत-नेपाल सीमा की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गैंग लीडर के निर्देश पर दिल्ली में एक नया असाइनमेंट लेने के लिए लौट आए। पुलिस ने रोहिणी के शाहबाद डेयरी इलाके में टिपऑफ के आधार पर रविवार को एक ऑपरेशन के दौरान दोनों को पकड़ा।
आरोपियों की पहचान गौरव सिंह उर्फ निक्का (22 वर्षीय, फरीदाबाद निवासी स्कूल ड्रॉपआउट) और आदित्य तिवारी (19 वर्षीय, बिहार के तैमूर जिले का बीसीए छात्र) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, गौरव सिंह राजस्थान में पिछले साल एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने के मामले में पहले से आरोपी रहा है, जबकि आदित्य का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। गिरफ्तारी के दौरान रोहिणी में एक आरोपी ने पुलिस टीम पर गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन दोनों को गोली चलाने से पहले ही काबू कर लिया गया। पकड़े गए सामान में एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन शामिल है। डीसीपी (स्पेशल सेल) अमित कौशिक ने बताया, “आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि गुरुग्राम घटना के बाद वे भारत-नेपाल सीमा की ओर भागे थे, लेकिन गैंग लीडर ने उन्हें दिल्ली में नया टास्क देने के लिए बुला लिया।”
घटना के बारे में: 17 अगस्त की सुबह करीब 5:30 बजे गुरुग्राम के सेक्टर 56 में एलविश यादव के घर के बाहर तीन लोग मोटरसाइकिल पर पहुंचे। इनमें से दो ने अंधाधुंध फायरिंग की और फिर भाग गए। यादव उस समय घर पर नहीं थे, लेकिन कुछ परिवारजन मौजूद थे। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। इसके बाद भाऊ गैंग ने सोशल मीडिया पर हमले की जिम्मेदारी ली।