ईडी के चंगुल में फंसे अहमद पटेल और उनके करीबी, 5000 करोड़ के घोटाले का लगा आरोप!
नई दिल्ली। कांग्रेस की चुनावी तैयारियों को एक के बाद एक पलीता लगता जा रहा है। एक ओर जहां वह भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार पर तमाम आरोप लगाकर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रही है वहीं दूसरी ओर उसी के ही कुछ नेता पार्टी के लिए मुसीबत का कारण बनते जा रहे हैं। इस बार दिग्गज कांग्रेसी नेता और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल से जुड़ा मामला सामने आ रहा है।
दरअसल 5000 करोड़ रुपयों के मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर कांग्रेस नेता अहमद पटेल और उनके करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय की नजरें टेढ़ी हो गई हैं। इस मामले को लेकर ईडी लगातार छापेमारी कर रहा है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक कि अभी अहमद पटेल के करीबी संजीव महाजन के घर और अन्य ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। वहीं इस मामले से जुड़ अन्य लोगों और कारोबारियों के ठिकानें भी ईडी की टॉप लिस्ट में शुमार हैं जिन पर लगातार छापेमारी जारी है।
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खबरों के मुताबिक 5,383 करोड़ रुपयों के मनी लॉन्ड्रिंग केस में संदेसरा ग्रुप पर छापेमारी की गई है। संदेसरा ग्रुप के मालिकों के नाम 300 बेनामी संपत्तियां होनें का संदेह जताया जा रहा है। जिसको लेकर ईडी ने इसके खिलाफ शिकंजा कसा हुआ है।
प्रवर्तन निदेशायल से मिली खबर के मुताबिक इस मामले को लेकर लगभग एक महीने पहले गगन धवन नाम के एक बड़े बिजनसमैन को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा द्वारका में घनश्याम पांडे, गाजियाबाद के अरविंद गुप्ता और लक्ष्मीनगर में लक्ष्मी चंद गुप्ता के ठिकानों पर भी इस मामले को लेकर ईडी ने छापेमारी की थी।
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वहीं इस मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर जब अहमद पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ईडी ने जिन लोगों के ठिकानों पर छापे मारे हैं, उनमें से किसी का भी संबंध उनसे नहीं है और न ही वे किसी को जानते हैं। हांलाकि इस दौरान उन्होंने संजीव महाजन के साथ अपनी करीबीयों को भी स्वीकारा। गौरतलब हो कि अहमद पटेल वर्तमान में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव होने के साथ-साथ गुजरात से राज्य सभा सदस्य भी हैं।