चीन ने बढाई अपनी ताकत , लॉन्च किया पृथ्वी अवलोकन उपग्रह
बीजिंग | चीन ने पृथ्वी अवलोकन हाई-रिजोल्यूशनउपग्रह परियोजना के तहत मंगलवार को ऑप्टिकल रिमोट सेंसिंग उपग्रह गाओफेन-11 लॉन्च किया। यह उपग्रह चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड परियोजना में मदद करेगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गाओफेन-11 उपग्रह को ताइयुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्ग मार्च 4बी रॉकेट के जरिए सुबह 11 बजे लॉन्च किया गया।
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यह लॉन्ग मार्च रॉकेट श्रृंखला का 282वां मिशन था।
चीन का यह छठा गाओफेन प्रॉजेक्ट है। इसे एक लॉन्ग मार्च 4c रॉकेट से ऑर्बिट में भेजा गया है। लॉन्ग मार्च 4c रॉकेट ऑफ चाइना एयरोस्पेस साइंस ऐंड टेक्नॉलजी के चीफ डायरेक्टर फैन होंगतुआन ने कहा, ‘इसकी सारी प्रक्रिया सफलता पूर्वक संपन्न हुई। रॉकेट ने बढ़िया से काम किया। हमने कंट्रोल सिस्टम और इंजन में तीन स्तरों पर कुछ बदलाव किए थे। इन्हें फ्लाइट के जरिए पहले टेस्ट किया गया था। सब कुछ हमारी उम्मीदों के मुताबिक हुआ।’
2015 में गाओफेन-4 की लॉन्चिंग को इसमें आगे बढ़ाया गया है। यह देश का पहला भू-समकालिक सैटलाइट है और दुनिया के सबसे हाई टेक्नॉलजी से लैस जिसकी निगाह आकाश में कभी चूक नहीं सकती। जब 2013 में इस प्रॉजेक्ट को शुरू किया गया था तब चीन की नजर अंतरिक्ष पर थी। इसके अप्रैल 2013 में लॉन्च किया गया था। गाओफेन-1 पूरे ग्लोब को केवल चार दिनों में कवर कर सकता है।
दक्षिण चीन सागर पर चीन अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ समुद्री विवाद को लेकर उलझा हुआ है। दक्षिण चीन सागर में तेल और गैस का विशाल भंडार है। फिलीपींस, वियतनाम, ब्रुनेई, मलयेशिया और ताइवान ने भी इस पर अपना दावा किया है। संयुक्त राष्ट्र की एक मध्यस्थता अदालत ने जून में अपने एक फैसले में दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को हालांकि खारिज कर दिया था।
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उपग्रह का इस्तेमाल भूमि सर्वेक्षण, शहरी योजना, सड़क नेटवर्क डिजाइन, कृषि और प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए किया जाएगा। इससे प्राप्त होने वाली जानकारी बेल्ट एंड रोड पहल के लिए भी इस्तेमाल की जाएगी।
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