चार्ली चैपलिन ने फिल्मों और कोट्स के जरिए बताया जिंदगी का गहरा फलसफा

मुंबईः दुनिया के पहले कॉमेडियन चार्ली चैपलिन का आज जन्मदिन है. चार्ली का जन्म 16 अप्रैल 1889 को इंग्लैंड के वॉलवर्थ में हुआ था. एक कॉमिक एक्टर और फिल्ममेकर थे. चार्ली साइलेंट एरा के सबसे फेमस कलाकारों में से हैं और फिल्म इतिहास की महान हस्तियों में से एक हैं. जन्मदिन पर जानते हैं खास बातें.

चार्ली चैपलिन

चार्ली ने अपनी लाइफ में हर तरह के रंग देखे हैं. चार्ली ने पांच साल की उम्र में पहला स्टेज शो  किया था. एक बार उनकी मां स्टेज पर गाना गा रही थीं. उसी समय गले की एक बीमारी के कारण उनकी आवाज बंद हो गई और वो आगे नहीं गा पाईं. वहां मौजूद ऑडियंस बेहद नाराज हुई. कॉन्सर्ट के मैनेजर ने पांच साल के चार्ली को मंच पर भेज दिया. छोटे से चार्ली ने अपनी मासूम सी आवाज में अपनी मां का ही गाना गया. वहां मौजूद लोग बहुत खुश हुए.

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उनका फिल्मी करियर लगभग 75 साल का है.

1929 में ‘द सर्कस’ के लिए ऑस्कर अवार्ड ने ऑनरेरी अवार्ड दिया. 1972 में लाइफ टाइम ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया. 1952 में बेस्ट ओरिजनल म्यूजिक स्कोर पुरस्कार लाइमलाइट के लिए मिला.

1940 में चार्ली चैपलिन ने हिटलर पर ‘द ग्रेट डिक्टेटर’ फिल्म बनाई थी. इसमें उन्होंने हिटलर की नकल करते हुए उनका मजाक बनाया था.

जब पूरा यूरोप आर्थिक मंदी की तबाही से गुजर रहा था, चारों ओर तानाशाहों का आतंक था ऐसे वक्त में चार्ली ने हास्य को अपना हथियार बनाया. चार्ली ने लोगों को सिखाया कि डर को हास्य से हराया जा सकता है. चार्ली चैपलिन ने बहुत सी मौन फिल्मों में अपने अभिनय से दुनिया को हंसाया लेकिन उनकी फिल्म ‘द ग्रेट डिक्टेटर’ को कालजयी माना जाता है. ये फिल्म उस वक्त बनार्इ गर्इ थी जब नाजी जर्मनी के ब्रिटेन से अच्छे संबंध थे.

चार्ली की डायरी के मुताबिक, वह इस सोच में थे कि राजनीति के ऐसे माहिर खिलाड़ी से किस मुद्दे पर बात की जाए. जब दोनों की मुलाकात हुई तब भारत की आजादी के आंदोलन से लेकर मशीनों के प्रति गांधी जी के विरोध जैसे मुद्दों पर बात हुई.

पूरे करियर में लगभग 500 धुनें तैयार की थीं. फिल्मों के साथ चार्ली के कोट्स जिंदगी का गहरा फलसफा समेटे हुए थे.

चार्ली का निधन 25 दिसंबर, 1977 को हुआ था.

 

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