अब कैमरा बताएगा Click करने का टाइम, दुनिया दिखेगी और भी Real

नई दिल्ली: इमेजिंग और ऑप्टिकल उत्पाद बनाने वाली प्रमुख जापानी कंपनी कैनन अपने कैमरों को युवाओं को ध्यान में रखकर ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ (एआई) प्रौद्योगिकी से लैस कर रही है, क्योंकि आज के युवा तस्वीरों/वीडियो को जल्द से जल्द सोशल मीडिया पर डालना चाहते हैं और उनसे एक प्रभाव पैदा करना चाहते हैं। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बातें कही है।

कैनन

कैमरे पिछले कुछ सालों में एकीकृत क्षमताओं जैसे बुद्धिमान चिप्स, वाई-फाई समर्थन, स्मार्ट प्रणालियां, बेहतर गति और बढ़े हुए प्रदर्शन के साथ काफी बुद्धिमान हो गए हैं।

कैनन इंडिया के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी काजुताडा कोबायाशी ने कहा, “बात जब कैमरों में एआई डालने की आती है, तो हम बिल्कुल सही रास्तों पर हैं। हमारे 80 सालों का अनुभव हमें नए चलन को शुरुआत में पकड़ने में मदद करता है, चाहे वह चिप हो, डिजायन हो, स्मार्ट प्रणाली या नियंत्रण हो। इन सबमें आगे रहने की कुंजी सॉफ्टवेयर का विकास है।”

गूगल ने एआई-संचालित कैमरों के भविष्य को भांप कर ‘क्लिप्स’ लांच किया है – यह एक ऐसा कैमरा है, जो एआई के प्रयोग से यह भांप लेता है कि कब तस्वीरें या वीडियो लेनी है।

क्लिप-ऑन कैमरा स्थिति के मुताबिक स्वचालित रूप से अपने रेजोल्यूशन को समायोजित कर लेता है तथा इसमें 130 डिग्री का लेंस दिया गया है, जो फ्रेम में अधिक दृश्य को शामिल करता है। जब यह कुछ यादगार तस्वीरें लेने लायक माहौल को भांपता है तो अपने आप 15 सेकेंड का ‘बर्स्ट’ फोटोग्राफ खींच लेता है।

कैनन इंडिया ने भी युवाओं के लिए ‘ईओएस एम50’ लांच किया है, जो एक मिररलेस कैमरा है। इसमें ‘डिजिक 8’ इमेज प्रोसेसर है ताकि तस्वीरों की गुणवत्ता बेहतर हो तथा यह 4के मूवी शूटिंग क्षमता से लैस है।

कोबायाशी कहते हैं, “स्मार्टफोन कैमरा और असली कैमरा के बीच का संबंध दिलचस्प है। स्मार्टफोन के साथ अब ज्यादा से ज्यादा लोग तस्वीरें खींच रहे हैं। इससे हमें बढ़ावा मिला है कि अपने कैमरों में हम एआई को जोड़कर उन्हें बेहतर तस्वीर गुणवत्ता प्रदान करें।”

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