#अलविदा2017 : न्यू ईयर पर कोलकाता बन जाती है लोगों की पसंदीदा जगह, ये है बड़ी वजह
कोलकाता। नए साल का रोमांच अपने चरम पर हैं। सभी न्यू ईयर का अपने अंदाज में वेलकम करना चाहते हैं। इसके लिए कई दिनों पहले से तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है, जिनके लिए न्यू ईयर के मौके पर कोलकाता सबसे पसंदीदा जगह बन जाती है। क्योंकि पिछले कई सालों से यहां नए साल पर मादक पदार्थों के तस्कर बेहद सक्रिय हैं। यहां पार्टी करने वाले लोगों में ड्रग्स की मांग बढ़ रही है।
नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एनसीअी) के अधिकारियों ने बताया कि क्रिसमस और नए साल के मौके पर शहर में कई पार्टियों और कार्यक्रमों का आयोजन होता है और नशीले पदार्थों के तस्कर पार्टी करने वाले लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए पहुंच जाते हैं।
मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले पुलिस और नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो की आँखों में धूल झोंकने के लिए कूरियर कंपनी के जरिये से खरीदारों के पास ड्रग्स भेजते हैं।
कोलकाता ब्यूरो के जोनल निदेशक दिलीप कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक हाल ही के दिनों में कोलकाता उन चुनिन्दा शहरों में शामिल हो गया है। जहां न्यू ईयर और क्रिसमस के दिनों में हशीश और एएसडी जैसी बैन चीजें बेची जाती हैं।
जोनल निदेशक के मुताबिक इस अवधि में नशीले पदार्थों की मांग काफी बढ़ जाती है, खासकर कॉलेज स्टूडेंट्स और युवाओं के बीच। ऐसे पदार्थों को बेचने के लिए कई तस्कर शहर में दिखने लगते हैं। श्रीवास्तव के मुताबिक, ड्रग्स बांग्लादेश, नेपाल की सीमा से कोलकाता पहुंचते हैं।
उन्होंने कहा, ‘हशीश को मलाना चरस के तौर पर भी जाना है और महंगी नहीं होने के कारण कोलकाता में इसकी खासी मांग है। हशीश मुख्य तौर पर हिमाचल प्रदेश से आती है जबकि एलएसडी जैसे नशीले पदार्थों की आपूर्ति यूरोप, अमेरिका और चीन से होती है।
एनसीबी के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नशीले पदार्थ की बिक्री के लिए कोलकाता के कई कूरियर कंपनियों के नाम सामने आये हैं। एनसीबी ने इन कंपनियों में लिस्ट बना ली है। जल्द ही इनके प्रमुखों को नोटिस भेजा जायेगा और उनसे पूछताछ की जाएगी।