
नई दिल्ली: फरवरी के पहले दिन यानी गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में बजट पेश करेंगे. ये मोदी सरकार का चौथा और अंतिम पूर्ण बजट होगा. इस बजट में कुछ ऐसा होने वाला है जिसको लेकर शेयर मार्केट काफी दबाव में है. आशंका यह भी है कि कल का दिन शेयर में भारी उथल-पुथल मचा सकता है.
बाजार में इस बात को लेकर घबराहट है कि अगर वित्त मंत्री ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स का ऐलान किया तो मार्केट का औंधे मुंह गिरना तय है. निवेशकों की मानें तो अगर ऐसा हुआ तो करोड़ों रुपए एक झटके में स्वाहा हो जाएंगे. पिछले बजट के बाद से अब तक सेंसेक्स ने 30 फीसदी का रिटर्न दिया है.
संसद में बजट, बाजार में आफत!
फिलहाल, एक साल से कम समय में शेयर बेचने पर 15 फीसदी का शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस टैक्स देना होता है. लेकिन एक साल के बाद शेयर बेचने पर कोई टैक्स नहीं देना होता है.
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एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार बजट में वित्त मंत्री लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (LTCG) लगाने का प्रस्ताव ला सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो शेयर बाजार को बड़ा नुकसान होगा. यही बाजार के दिग्गज निवेशकों के लिए सबसे बड़ा डर बना हुआ है.
क्या है नियम
मौजूदा नियम के मुताबिक अभी लिस्टेड कंपनियों और अनलिस्टेड कंपनियों के टैक्स में अंतर है. लिस्टेड कंपनियों पर ये टैक्स नहीं लगता है, लेकिन जो कंपनी लिस्टेड नहीं है, उन्हें ये टैक्स देना होता है.