बीसीसीआई को आई ‘समझ’, लिया दिव्यांग को बाउंड्री से हटाने का फैसला

बाउंड्रीनई दिल्ली। क्रिकेट के बॉल ब्वॉय धर्मवीर पाल अब बाउंड्री पर नजर नहीं आएंगे। दरअसल पोलियो की बीमारी से ग्रस्त होने के बावजूद धर्मवीर सीमापर गेंद उठाने का काम करते थे।

इसी बात की सोशल मीडिया पर घोर निंदा की जा रही है कि पोलियो से प्रभावित व्यक्ति से कैसे गेंद उठाने का काम करवाया जा सकता है। हांलकि इंडियन क्रिकेट बोर्ड ने एक सर्कुलर भेज कर यह साफ कर दिया है कि अब धर्मवीर को बॉल ब्वॉय के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाए।

धर्मवीर का कहना है कि क्रिकेट उनके जीवन का आधार है। धर्मवीर कई क्रिकेटरों को जानते है। वहीं सचिन तेंदुलकर ने भी धर्मवीर से कहा था कि तुम लोगों की वजह से ही हम क्रिकेट खेलते हैं। इंडियन क्रिकेट को तुम्हारे जैसे फैन्स की खास जरूरत है।

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लेकिन अभी हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के साथ खत्म हुए वन डे सीरीज के बाद बीसीसीआई को टैग करके यह सवाल उठने लगे थे कि एक फिजिकली चैलेंज्ड लड़के को बॉल ब्वाय क्यों रखा गया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर यह भी सवाल वायरल होने लगा कि पोलियो से प्रभावित एक व्यक्ति को सीमा पर क्यों खड़ा किया हुआ है?

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इस वायरल सवाल के बाद बीसीसीआई के जनरल मैनेजर रत्नाकर शेट्टी ने सभी राज्यों की एसोसिएशंस को यह सलाह दी है कि न्यूजीलैंड बनाम इंडिया और श्रीलंका बनाम इंडिया के गेंम्स में किसी भी दिव्यांग को बॉल ब्वॉय न बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि आप सब लोग को यह सलाह है कि भविष्य में किसी भी दिव्यांग का बॉल ब्वॉय के रूप में इस्तेमाल ना किया जाए बल्कि उनके बैठने के लिए स्टेडियम में उचित स्थान दिया जाए।

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