
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 13 दिन पहले शुरू हुए उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर शनिवार रात ब्लास्ट होने से दहशत का माहौल बन गया। जहां ब्लास्ट की आवाज इतनी तेज थी कि 3 किलोमीटर की रेडियस में इसकी आवाज सुनाई दे गई. बड़ी बात यह है कि इस ट्रैक की मांग मेवाड़-वागड़ के लोग पिछले 14 साल से कर रहे थे।

स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से इस नए रूट पर बड़ा हादसा टल गया। सूत्रों के मुताबिक घटना शनिवार देर रात सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओढ़ा रेलवे पुल की है। यहां गत रात 10 बजे ग्रामीणों को आसपास धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद कुछ युवा तुरंत पटरी पर पहुंचे। वहां कि हालत सभी देख दंग रह गए। उन्होंने बताया कि रेलवे लाइन पर बारूद पड़ा था। ऐसा लगता है जैसे रेलवे पुल को उड़ाने की साजिश की गई है।
पटरियां कई जगह से टूट चुकी हैं। पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले। ट्रैक पर लोहे की पतली चादर भी उखड़ी हुई मिली। उदयपुर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एफएसएल टीम मौके पर है। जांच के बाद ही सही स्थिति का पता लग पाएगा। रेलवे अजमेर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक चौहान ने बताया कि घटना हुई है। जांच जारी है। घटनास्थल के दोनों ओर ट्रेनों को रोक दिया गया है।





