भारतीय राजनीति के किसी भी महापुरूष को नहीं छोड़ेगी भाजपा, सबके नाम पर बटोरेगी वोट

रिपोर्ट- काशीनाथ शुक्ला

वाराणसी। 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों को दृष्टिगत रखते हुए भारतीय जनता पार्टी किसी भी मोर्चे पर  खुद को पीछे नहीं देखना चाह रही है यही वजह है कि चुनाव नजदीक आने के साथ भारतीय जनता पार्टी नाराज लोगों को भी मनाने में जुटी है इसी के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलते ही लाल बहादुर शास्त्री के नाम के सामने आने के बाद इसे दरकिनार कर जिस तरह से इस स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल के नाम पर ही रख दिया उसने लाल बहादुर शास्त्री के परिजनों और उनके समर्थकों को नाराज कर दिया था।

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जिसकी वजह से चंदौली और बनारस दोनों जहां पर नाराजगी भी देखने को मिली थी वजह है कि इस नाराजगी को दूर करने के लिए अब चुनाव से पहले बीजेपी ने बड़ादाव खेलते हुए रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास स्मृति भवन के रूप में विकसित कर लाल बहादुर शास्त्री और उनकी पत्नी ललिता शास्त्री की भव्य प्रतिमा के अनावरण की तैयारी की है।

पूर्व पीएम स्व लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास के जीर्णोद्धार होने के बाद  खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक बृहस्पतिवार को रामनगर पहुंच रहे है। इसे लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं । इस संबंध में भारतीय जन जागरण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी का यह पैतृक आवास है यहां पर उन्होंने आजादी के समय विकट परिस्थितियों में यहां रहते हुए भारत की आजादी में अपना सहयोग दिया उन्हें स्मृतियों को संजोए हुए या भवन है उन्हें यादों को संजोए हुए अब यह भवन स्मृति संग्रहालय के रूप में विकसित हो रहा है इसका उद्देश्य सिर्फ यही है कि भारत के आमजन स्कूली बच्चे आए और शास्त्री जी के जीवन से प्रेरणा लें कि आखिर सच्चाई और ईमानदारी के बल पर कैसे व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री बन जाता है।

2004 में जब मुलायम सिंह यादव की सरकार थी तब शास्त्री जी की जयंती मनाई गई थी और उसी समय से इसका प्रयास चल रहा था थोड़ा काम हुआ लेकिन अभी तीन-चार महीने पूर्व सुनील शास्त्री बेहद दुखी होकर लाल बहादुर शास्त्री फाउंडेशन के तहत इसके जीर्णोद्धार के कार्य में तेजी आई है और इस में वर्तमान सरकार भी पूरा सहयोग कर रही है मनोज कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुगलसराय और रामनगर को जोड़ा नहीं जा सकता रामनगर में इनका पैतृक आवास है मुगलसराय जन्मस्थली रही है मुगलसराय का जो प्रकरण रहा है हम लोग की मांग है कि सिर्फ मुगलसराय स्टेशन ही नहीं बल्कि पूरे चंदौली जिले का नाम लाल बहादुर शास्त्री जी के पर हो जाए।

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हालांकि अभी भी लोगों की इस बात को लेकर नाराजगी कम नहीं हुई है और सिर्फ स्टेशन का ही नहीं बल्कि पूरे मुगलसराय जिले का नाम लाल बहादुर शास्त्री नगर के नाम पर रखने की डिमांड की जा रही है फिलहाल यह तो देखने वाली बात होगी कि सरकार इस दिशा में करती क्या है लेकिन जिस तरह से चुनाव से पहले बीजेपी महापुरुषों को याद कर उनकी स्मृति में एक के बाद एक कुछ ना कुछ नए काम कर रही है उससे यह तो साफ है कि 2019 चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर किसी को खुश रखने की कोशिश में जुटी है।

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