2019 से पहले सपा में जुट रहा हुजूम, 30 साल साथ रहे बड़े नेता ने छोड़ी BJP
लखनऊ। भले ही समाजवादी सरकार यूपी की सत्ता से चली गई हो लेकिन साइकिल की सवारी करने वालों की कमी नहीं है। इस बार पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किले में सेंधमारी की है। साथ ही यह लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सपा के लिए अच्छी खबर है।
बीजेपी के दो पूर्व विधायक आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। दोनों ही नेता गोरखपुर से सटे कुशीनगर जिले के हैं। इसके अलावा बसपा के भी एक पूर्व विधायक ने सपा की सदस्यता ली।
कुशीनगर जिले के दिग्गज नेता और ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले नंद किशोर मिश्र सेवरही विधानसभा क्षेत्र और शंभू चौधरी नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं।
इन दोनों पूर्व विधायकों ने बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है। इन दोनों नेताओं को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
बीजेपी के इन दोनों पूर्व विधयकों के अलावा बसपा के पूर्व विधायक ताहिर हुसैन भी सपा में अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं से साथ शामिल हुए।
नंद किशोर मिश्र पिछले तीस सालों से बीजेपी के साथ रहे लेकिन अब उनका पार्टी से मोहभंग हो गया है। उनका सपा में जाना 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए काफी बड़ा झटका माना जा रहा है।
वहीं, पिछले दिनों बसपा में रहे और 2017 में बीजेपी से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले आरके चौधरी ने भी अखिलेश यादव की मौजूदगी में अपनी पार्टी डीएस-4 का सपा में विलय कर दिया था।
इसके अलावा बीएसपी का दलित चेहरा माने जाने वाले इंद्रजीत सरोज भी पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर अहम जिम्मेदारी दी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी पार्टी में जहां राजनीतिक रूप से सक्रिय लोग शामिल हो रहे हैं। वहीं हम प्रोफेशनल लोग जैसे डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेसर का भी पार्टी में स्वागत करेंगे। हमारी कोशिश है कि प्रोफेशनल लोग सपा में आएं।
अखिलेश ने कहा कि रंग की राजनीति सही नहीं है। बीजेपी के रंग धोखे वाली राजनीति के रहे हैं। होली के बाद बीजेपी नेताओं के रंग देखिएगा। जनता तैयार बैठी है।