भूषण स्टील के चेयरमैन पर लगा 1000 करोड़ की हेराफेरी का आरोप, SFIO कर रहा जांच

नई दिल्ली| गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय(SFIO) ने कर्ज से दबी भूषण स्टील के चेयरमैन बृज भूषण सिंघल से पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार यह पूछताछ 1,000 करोड़ रुपए से अधिक के कथित हेरफेर के सिलसिले में की गई। कारपोरेट कार्य मंत्रालय के अधीन आने वाली यह एजेंसी कंपनी में धन के कथित हेरफेर की जांच कर रही है।

भूषण स्टील के चेयरमैन बृज भूषण सिंघल

सूत्रों के अनुसार ​राष्ट्रीय राजधानी में सिंघल से पूछताछ की गई। इस मामले में 1000 करोड़ रुपए से अधिक के धन की हेरफेर का अनुमान है। इस बारे में भूषण स्टील के अधिकारियों से बात नहीं हो पाई। कंपनी पर 44,000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है। कंपनी ने के लिए हाल ही में टाटा स्टील ने सबसे बड़ी बोली लगाई है।

भूषण स्टील लिमिटेड (BSL) ने अपनी 80 एसोसिएट कंपनियों के माध्यम से सार्वजनिक बैंकों से करीब 2,000 करोड़ रुपये का लोन लिया है और एमडी सिंघल ने इस रकम को कहीं और लगा दिया गया. नीरज सिंघल को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट के सामने पेश किया गया. कोर्ट ने उनको 14 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में रखने की इजाजत दे दी है. SFIO भूषण स्टील समूह की कई अन्य कंपनियों की भी जांच कर रही है.

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘फर्जीवाड़े की गतिविधियों की वजह से कंपनी दिवालिया होने की तरफ बढ़ी. भूषण स्टील का केस ऐसे 12 बड़े मामलों में शामिल है, जिनके लिए रिजर्व बैंक ने इन्सॉल्वेंसी रेजोल्युशन की सिफारिश की है.’

जांच के दौरान एसएफआईओ की टीम को पता चला कि बीएसएल का यह पूर्व प्रमोटर मैनेजमेंट द्वारा जुटाई गई रकम को कई जटिल और फर्जी तरीकों से कहीं और भेज देता था. सिंघल को कंपनी एक्ट, 2013 की धारा 212 (8) के तहत गिरफ्तार किया गया है. नीरज सिंघल के पास से जो सबूत मिले हैं, उससे गंभीर कॉरपोरेट जालसाजी के कई मामले भी बनते हैं और उसे इस एक्ट की धारा 447 के तहत भी सजा हो सकती है.

LIVE TV