भंसाली पर भड़के CBFC चीफ, भारी पड़ी पद्मावती की प्राइवेट स्क्रीनिंग
मुंबई। मुसीबतों ने संजय लीला भंसाली का दामन इस कदर थामा है कि छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही। विवादों के बीच रजत शर्मा और अरनब गोस्वामी का समर्थन भंसाली को भारी पड़ गया है। विरोधियों के बाद अब सीबीएफसी चीफ प्रसून जोशी के निशाने पर भंसाली आ गए हैं।
हाल ही में भंसाली ने अपनी कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के लिए फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग रखी थी। स्क्रीनिंग के बाद भंसाली की फिल्म को उन सभी दिग्गजों का समर्थन मिलना शुरू हो गया था। अपनी फिल्म के लिए भंसाली का यह कदम उठाना उल्टा उनपर ही भारी पड़ गया है।
भंसाली की इस हरकत से प्रसून जोशी काफी नाराज हो गए हैं। असल में ऐसा फिल्म सर्टिफिकेशन के नियमों के विपरीत है। जबतक फिल्म को सीबीएफसी की ओर से प्रमाणित नहीं जाए तबतक फिलम किसी को दिखाई नहीं जा सकती है। ऐसा करने से बोर्ड पर दबाव भी बनता है।
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प्रसून के मुताबिक बोर्ड राज्य के हित में फैसला लेने के लिए सक्षम है। प्रसून ने बताया कि, ‘ये बेहद निराशाजनक है कि सेंसर बोर्ड को दिखाए बगैर या उसके प्रमाणित किए बिना ही पद्मावती फिल्म की मीडिया के लिए स्क्रीनिंग हो रही है, नेशनल चैनल्स पर उसकी समीक्षा हो रही है।’
बता दें, बीते दिन खबर आई थी कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट दिए बिना ही वापस लौटा दिया था। इसके पीछे अधूरा आवेदन बताया गया था। खबरों के मुताबिक फिल्म में डिस्क्लेमर नहीं लगा था इसके अलावा कई और काम अधूरे थे।
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प्राइवेट स्क्रीनिंग के बाद पत्रकार रजत शर्मा, अरनब गोस्वामी और वेद प्रकाश वैदिक जैसे लोग इसके समर्थन में उतर आए थे। रजत और अरनब ने अपने-अपने चैनल पर फिल्म पद्मावती के सपोर्ट में प्रोग्राम चलाकर कुछ बिंदुओं पर रोशनी डाली थी।
दोनों ने ही फिल्म का समर्थन करते हुए पद्मावती को रिलीज करने के लिए कहा। उनके मुताबिक फिल्म में ऐसा कोई भी सीन, सीक्वेंस या डायलॉग नहीं है, जिसे सेंसर किया जाए या उससे राजपूती समाज और उनकी महिलाओं की इज्जत पर कोई आंच आए।
Disappointing that #Padmavati is being screened for media & getting reviewed on national channels without CBFC having seen or certified the Film. This compromises role of systems & balances that are part of a functioning industry: CBFC Chairman Prasoon Joshi to ANI (File Pic) pic.twitter.com/TFpSK1cN06
— ANI (@ANI) November 18, 2017
It’s myopic to treat certification process haphazardly to suit convenience. On one hand,holding CBFC responsible & pressurizing to accelerate process & on other hand,attempt to subvert the very process,sets an opportunistic precedent: CBFC Chairman Prasoon Joshi to ANI #Padmavati
— ANI (@ANI) November 18, 2017
#Padmavati‘s application came up this week for review. Makers admit paper work isn’t complete, the disclaimer whether film is work of fiction/historical was left blank & on being asked to provide imp documents,target CBFC for ”looking the other way”. It is surprising-Joshi to ANI
— ANI (@ANI) November 18, 2017