भावना के साथ-साथ सांइस के नजरिए से भी बच्चे का मां के पास सोना है फायदेमंद

इस दुनिया में सबसे अनमोल रिश्ता है तो वह है एक मां का उसके बच्चे से। यह रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है। मां अपने शिशु की अच्छी सेहत के लिए हर चीज से गुजर जाती है। फिर चाहें उसका बच्चा किस भी उम्र को क्यों ना हों। बच्चा जब छोटा होता है तभी वह अपनी मम्मी के पास नहीं सोता है वह बड़ा हो जाने के बाद भी अपनी मम्मी के साथ सोना पसंद करता है। इसका भावनात्मक अर्थ के साथ-साथ सांइसटिफिक अर्थ भी निहित है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।

बच्चे का मां के पास

सोते समय जब बच्चे के साथ उसके माता-पिता होते हैं, तब वह स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है। अकेले सोने पर छोटे बच्चों स्वयं को असुरक्षित महसूस कर सकते हैं, देखा जाता है कि ऐसे बच्चे  अक्सर रात को सोते हुए उठ जाते हैं और उनकी नींद पूरी नहीं होती।

समय पर ना सोने से ना केवल बच्चे की नींद पूरी होती है बल्कि सेहत संबंधित बीमारियां भी होने लगती हैं। इसलिए आपको बच्चे के लाइफस्टाइल पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

बच्चे का मां के पास

एक अध्ययन से यह बात सामने आई है कि जो बच्चे अपने मां-बाप के पास सोते है उनमें आत्मसम्मान में वृद्धि होती है, व्यवहार की समस्याओं का कम अनुभव होता है, साथियों के दबाव में कम रहते हैं और वह ज्यादा खुश और अपनी लाइफ से संतुष्त होते हैं।

रात को बच्चों के पास सोने से आपको एक फायदा यह भी होगा कि आप उसको कहानी सुनाने के जरिए अच्छे संस्कार डाल सकते हैं। इससे उसके भविष्य  निर्माण में सहायता मिलती है। जीवन की वि‍कट परिस्थितियों में उसे वह सीख हमेशा याद रहेगी।

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रात को बच्चे के करीब सोने से आप उनसे दिनभर उन्होंने क्या खास किया, उनका पूरा दिन कैसा गया और अगले दिन की उनकी क्या प्लानिंग है। यह सब बातें आसानी से पूछ सकते हैं। ऐसा करने से बच्चा आपसे अपने दिल की सारी बात बताएगा और किसी बात पर उन्हें कोई परेशानी है तो आपसे कह देंगे और बिना किसी मानसिक परेशानी लिए आराम से सोएगा।

अपने बच्चों के पास सोना नर्सिग माताओं के लिए बेहतर होता है। इससे बच्चे के साथ उनको भी आराम मिलता हैं। उनको बार बार बिस्तर छोड़ कर अपने बच्‍चे को देखने के लिए उठकर नहीं आना पड़ता।

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त्योहारों का सीजन आ गया है साथ ही यह वही समय है जिस सम अगर आपका बच्चा रोजाना आपसे कहानी सुन कर सोना चाहता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि उसकी सोने की इच्छा नहीं है, बल्कि वो आपके साथ कुछ और वक्त बिताना चाहता है। ऐसे में भागदौड़ की जिंदगी में पेरेंट्स दिनभर तो बच्चों के साथ टाइम बिता नहीं पाते, रात को पास सोने से ऐसा हो सकता है।

में सबसे अनमोल रिश्ता है तो वह है एक मां का उसके बच्चे से। यह रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है। मां अपने शिशु की अच्छी सेहत के लिए हर चीज से गुजर जाती है। फिर चाहें उसका बच्चा किस भी उम्र को क्यों ना हों। बच्चा जब छोटा होता है तभी वह अपनी

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