हो जायें सावधान धरती के लिए आफत साबित हो सकते हैं अगले 48 घंटे

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक तस्वीर जारी की है जिसने समूचे विश्व में तहलका मचा दिया है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सूर्य में एक कोरोनल होल होगा जिससे सूरज से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलेगी। आने वाले 48 घंटे कुछ समय के लिए ब्लैक आऊट की स्थिति पैदा कर सकते हैं। यानी कि इससे सैटेलाइट आधारित सेवाएं जैसे कि मोबाइल सिग्नल, केबल नेटवर्क, जीपीएस नैविगेशन आदि ठप पड़ जाएंगे।

धरती

दरअसल, ऐसी घटनाओं की जानकारी देने के लिए स्पेस वेदर प्रीडिक्शन सेंटर भविष्यवाणी करता है। सेंटर अपने आंकड़ों की मदद से बताता है कि उत्तरी गोलार्द्ध में दिखाई देने वाला अरोरो (रोशनी का गोलार्द्ध) कैसा और कितना दिखाई देगा।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य में एक कोरोनल होल होगा, जिससे सूरज से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलेगी। इस ऊर्जा में कॉस्मिक किरणें भी होंगे, जो धरती पर टेक ब्लैकआउट कर सकते हैं। यानी कि इससे सैटलाइट आधारित सेवाएं जैसे कि मोबाइल सिग्नल, केबल नेटवर्क, जीपीएस नैविगेशन आदि ठप पड़ जाएंग।

नासा द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी का उल्लेख करते हुए अमेरिका के सीबीएस चैनल ने जानकारी दी है कि रविवार को एक और तूफान भड़कने से सूर्य के बाहरी वातावरण से प्लाज्मा का एक हिस्सा अलग हो गया और यह अंतरिक्ष में एक घंटे के भीतर करीब पचास लाख क्षेत्र में फैल गया।

जानकारी के अनुसार, इस सौर तूफान से जो अधिकतम सौर विकिरण होगा, उसका सर्वाधिक प्रभाव अमेरिका में सोमवार के पूर्वी समयमान के दौरान होगा। इसके बाद के घंटों में प्लाज्मा के स्तरों में कमी होगी।

एनओएए के स्पेस वेदर प्रीडिक्शन सेंटर का कहना है कि इससे संभावना दिखाई देती है कि यह सौर तूफान दिसंबर, 2006 के बाद सबसे बड़ा सौर तूफान होगा।

स्पेस वेदर प्रीडिक्शन सेंटर का कहना है कि इसे सूचनाएं मिली हैं कि विमानों को चेतावनी दी गई है कि वे उत्तरी ध्रुव पर उड़ान भरने से बचें और कम ऊंचाई पर भी उड़ानें न भरें।

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