
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के निंदुनपुरवा टेपरहा गांव में बुधवार सुबह एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। खेती-बाड़ी और पशुपालन करने वाले विजय कुमार ने दो किशोरों को लहसुन की बुवाई के काम के लिए बुलाया। जब दोनों ने नवरात्र के अंतिम दिन घर पर व्यस्तता का हवाला देकर इनकार कर दिया, तो गुस्से में आकर विजय ने गड़ासे से उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपनी पत्नी और दो बेटियों को कमरे में बंद कर घर में आग लगा ली, जिससे चारों जिंदा जल गए। हादसे में चार मवेशी भी भस्म हो गए। कुल छह मौतों से गांव में सन्नाटा पसर गया है।
विजय कुमार ने सुबह गांव के ही सूरज यादव (14, पुत्र लच्छीराम) और सनी वर्मा (13, पुत्र ओमप्रकाश) को अपने घर बुलाया। दोनों किशोरों ने नवरात्रि के कारण घर पर अतिरिक्त काम होने की बात कहकर खेत जाने से साफ मना कर दिया। इसी बात पर भड़के विजय ने घर के आंगन में ही धारदार हथियार से दोनों पर हमला बोल दिया, जिससे वे मौके पर लहूलुहान होकर गिर पड़े। हत्या के तुरंत बाद विजय ने खुद को पत्नी और दो छोटी बेटियों के साथ एक कमरे में बंद कर दिया और आग लगा ली। कमरे से चीख-पुकार की आवाजें आने लगीं, लेकिन आग की तेज लपटों ने सब कुछ लील लिया।
गांव वालों ने शोर सुनकर दौड़ लगाई, लेकिन आंगन में दो लाशें देखकर वे ठिठक गए। उधर, कमरे में फंसे लोग चिल्ला रहे थे। सूचना मिलते ही रामगांव थाने की पुलिस और फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची। किसी तरह आग बुझाई गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस ने कमरे से विजय, उनकी पत्नी और दो बेटियों के अधजले शव बरामद किए। आंगन में पड़े सूरज और सनी के शवों को भी कब्जे में लिया गया। चार मवेशी भी आग की चपेट में आकर मर गए।
रामगांव थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोनों किशोरों की हत्या धारदार हथियार से की गई पुष्टि हुई है। विजय का परिवार आग से जिंदा जलने का शिकार हो गया। सदर तहसील की उपजिलाधिकारी पूजा चौधरी और महसी कोतवाली प्रभारी भी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां पूछताछ और पंचनामा कार्रवाई की जा रही है।
गांव में शोक की लहर दौड़ गई है, और लोग इस क्रूर घटना से स्तब्ध हैं। पुलिस का कहना है कि विजय की मानसिक स्थिति या कोई पुराना विवाद इसकी वजह हो सकता है, जिसकी गहन जांच जारी है।