बदलापुर हिंसा: दो नाबालिगों के यौन शोषण के बाद बड़े पैमाने पर हंगामा, 66 गिरफ्तार, 500 के खिलाफ एफआईआर; इंटरनेट बंद
बदलापुर में पिछले हफ़्ते एक स्कूल में सफाईकर्मी द्वारा चार साल की दो लड़कियों के साथ यौन शोषण के खिलाफ़ लोगों ने सड़कों पर उतरकर बड़ा हंगामा किया। उग्र प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और यहां तक कि रेलवे स्टेशन पर भी एकत्र हुए, जिससे शहर में थम-सा गया।
महाराष्ट्र के बदलापुर में दो चार साल की लड़कियों के यौन शोषण की पृष्ठभूमि में हुए विरोध प्रदर्शनों में 66 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। इसके अलावा, भारी आक्रोश के बीच 500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ़ चार एफ़आईआर भी दर्ज की गई हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ठाणे पुलिस और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने कहा कि सीसीटीवी क्लिप की पुष्टि के बाद और गिरफ़्तारियाँ की जाएँगी। डीसीपी बदलापुर सुधाकर पठारे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर दंगा करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों को चोट पहुंचाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने लोगों से अफवाह न फैलाने और किसी भी संवेदनशील जानकारी के मिलने पर पुलिस को रिपोर्ट करने का भी आग्रह किया।
इस बीच, बदलापुर में आज भी इंटरनेट पर प्रतिबंध लागू रहेगा। जीआरपी डीसीपी मनोज पाटिल ने कहा कि जन आक्रोश के कारण निलंबित की गई ट्रेन सेवाएं भी बहाल कर दी गई हैं और ट्रेनें अपने मार्गों पर सुचारू रूप से चल रही हैं। बदलापुर में पिछले हफ़्ते एक स्कूल में सफाईकर्मी द्वारा चार साल की दो लड़कियों के साथ यौन शोषण के खिलाफ़ लोगों ने सड़कों पर उतरकर बड़ा हंगामा किया। उग्र प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और यहां तक कि रेलवे स्टेशन पर भी एकत्र हुए, जिससे शहर में थम-सा गया।
आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि यह घटना कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ देश भर में लोगों के गुस्से की पृष्ठभूमि में हुई है। देशभर के डॉक्टर पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया और मेडिकल पेशेवरों की सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए एक टास्क फोर्स की घोषणा की। इसके अलावा, शीर्ष अदालत ने जांच के शुरुआती चरण के दौरान कई विसंगतियों के लिए बंगाल सरकार और राज्य पुलिस को फटकार लगाई। इस मामले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है।