कर्नाटक चुनाव प्रचार में ओवैसी का दिखा अनोखा रंग, भगवा पगड़ी पहनकर मांगा वोट

बेलगाम। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की जीत भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों का ही सियासी भविष्य तय करने जा रही है। यही वजह है कि दोनों ही दलों के नेताओं ने इस चुनाव में ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। लेकिन आज कांग्रेस और भाजपा की बात को पीछे ही छोड़ देते हैं। क्योंकि सूबे में प्रचार-प्रचार करने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जा पहुंचे हैं।

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी

ओवैसी वहीं नेता हैं। जो पीएम मोदी और हिन्दुओं से जुड़े मुद्दे पर सार्वजानिक मंचों से बड़ी तल्ख़ टिप्पणी करते देखे गये हैं। लेकिन इस बार ओवैसी एक अलग ही रंग में नज़र आए।

दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी रैली को संबोधित किया। लेकिन इस रैली में ओवैसी सिर पर टोपी नहीं बल्कि भगवा रंग की पगड़ी पहने हुए दिखाई दिए।

यह दिलचस्प नज़ारा था। क्योंकि आमतौर पर सार्वजानिक रैलियों के दौरान ओवैसी को शेरवानी और सिर पर टोपी पहने देखा जाता है लेकिन इस बार उनका अंदाज बदला हुआ है।

बेलगाम में औवेसी ने चुनावी रैली को संबोधित किया। यहां वो जेडीएस उम्मीदवार के समर्थन में वोट मांगते नजर आए। कर्नाटक में चुनाव के लिए हफ्तेभर से भी कम का वक्त बचा है, ऐसे में कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस तीनों ही दलों के नेता लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें:- बराबरी का एहसास कराती है अनूठी परंपरा, दूल्हा और दुल्हन भरते हैं एक-दूसरे की मांग

आमतौर पर अपनी जनसभा में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने वाले ओवैसी का नया अवतार चर्चा का विषय बन गया है और भगवा पगड़ी में उनकी फोटो सभी को चौकाने के लिए काफी है। कर्नाटक ने जिन इलाकों में मुस्लिम आबादी रहती है, वहां ओवैसी की रैलियां आयोजित कराई जा रही हैं।

चुनावी रैलियों में ओवैसी के निशाने पर मुख्यतौर पर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी है। लेकिन साथ में वह केंद्र में सत्ताधारी भाजपा पर भी निशाना साध रहे हैं। चुनाव में अगर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर साबित हो सकती है। क्योंकि तब किसी भी दल को बहुमत के लिए जेडीएस का ही साथ लेना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें:- कर्नाटक बचाने के लिए कांग्रेस ने झोंकी ताकत, चाँद बीबी के गढ़ से सोनिया करेंगी शुरुआत

चुनाव नतीजों के बाद सवाल यह भी है कि क्या जेडीएस बीजेपी के साथ जाकर सरकार बना सकते हैं। हालांकि इतिहास में पहले भी ऐसा हो चुका है। तमाम ओपिनियन पोल कांग्रेस को राज्य चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते हुए दिखा रहे हैं।

12 मई को होगा मतदान

कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को वोटिंग होनी है और मतों की गणना 15 मई को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच है।

देखें वीडियो:-

LIVE TV