भारत को अमेरिका ने दिया बड़ा झटका… अब एक बार फिर पाक सिर पर कर सकता है तांडव
वॉशिंगटन। आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में पाकिस्तान को पड़ी डॉनल्ड ट्रंप की झाड़ को अभी हफ्ता भर ही गुजरा है और यूएस के तल्ख तेवर अब नरम पड़ने लगे हैं। ट्रंप की बयानबाजी के विरोध में पाकिस्तान ने द्विपक्षीय वार्ता बंद कर दी और विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ का वॉशिंगटन दौरा भी रद्द कर दिया।
अब ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ रिश्ते और भागीदारी को महत्व देता है और यह उम्मीद करता है कि जो वार्ता रुकी हुई है वह जल्द शुरू हो जाएंगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान को लेकर यूएस की नई रणनीति की घोषणा के वक्त आतंकवाद को पनाह देने के आरोप में पाकिस्तान को लताड़ा था, जिसके बाद इस्लामाबाद की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी हुई थी।
इसके विरोध में पाकिस्तान ने इस हफ्ते ट्रंप प्रशासन के साथ होने वाली कम से कम तीन बैठकों को टाल दिया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते और भागीदारी को महत्व देते हैं, वॉशिंगटन उम्मीद करता है कि जो बैठकें टाल दी गई हैं वे जल्द हो सकेंगी।’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ बीते हफ्ते अपने अमेरिकी समकक्ष रेक्स टिलरसन से मिलने वाले थे लेकिन यह बैठक रद्द कर दी गई। इसके बाद यूएस की उप विदेश मंत्री ऐलिस वेल्ज इस हफ्ते इस्लामाबाद का दौरा करने वाली थीं लेकिन आखिरी मौके पर पाकिस्तान ने यह यात्रा फिलहाल के लिए टालने को कहा। ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी का विरोध जताने के लिए वार्ता रद्द की गई है।
खबरों के मुताबिक इस्लामाबाद में अपने दूतावास के जरिए अमेरिका दोबारा से द्विपक्षीय वार्ता शुरू करने की कोशिशें भी कर रहा है। डॉनल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में पाकिस्तान पर हमला करते हुए कहा था, ‘हम पाकिस्तान को अरबों अरब रुपये की मदद कर रहे हैं लेकिन वह आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है। इस्लामाबाद अगर आतंकवादियों को अपना समर्थन जारी रखेगा तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे।’
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