पीएनबी मामले में पहली गिरफ्तारी, गिरफ्तार हुई अंबानी की भतीजी

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले पीएनबी में नीरव मोदी के बाद एक और नया चेहरा सामने आया है। घोटाले की जांच के सिलसिले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी की फाइव स्टार डायमंड कंपनी के अध्यक्ष और फायर स्टार के सीएफओ विपुल अंबानी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पीएनबी मामले

इस घोटाले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी तथा मेहुल चोकसी पहले ही देश छोड़ कर भाग चुके हैं। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में यह पहली बड़ी गिरफ्तारी है। आगे उन्होंने बताया कि इस घोटाले में दर्ज अपनी दो प्राथमिकियों के सिलसिले में जांच एजेंसी ने चार अन्य वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है।

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अंबानी की कार्यपालक सहायक कविता मानकीकर तथा वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी अर्जुन पाटिल के साथ, सीबीआई द्वारा दर्ज पहली प्राथमिकी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि कविता धीरू भाई अंबानी की भतीजी हैं। इस प्राथमिकी के तहत, 6,498 करोड़ रूपए मूल्य के 150 ‘‘लैटर्स ऑफ अंडरटेकिंग’’ (एलओयू) की जांच की जा रही है।

बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित एक ब्रांच में 11360 करोड़ रुपए के फ्रॉड ट्रांजैक्शन मामले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई हुई है। बुधवार को हुए खुलासे के बाद से ही जांच एजेंसियां एक्शन में आ गईं हैं। अरबपति ज्वैलरी डिज़ाइनर नीरव मोदी के खिलाफ पीएनबी घोटाला मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। देश में 10-12 जगहों पर ED ने इस मामले को लेकर छापेमारी की है। ये एफआईआर 31 जनवरी को दर्ज की गई थी। ED ने पीएनबी के शोरूम और घर में भी छापेमारी की है।

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इस मामले में अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी (46) ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया था। पीएनबी ने इस मामले में दस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले को जांच के लिए सीबीआई के पास भेज दिया है।

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