फेरों से पहले पिटाई, पिता और भाई ने एसिड से जलाया, आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई जबरदस्ती ब्याही गई दुल्हन
बरेली जनपद फतेहगंज पश्चिमी में गंभीर हालत में मिली नवविवाहिता की आखिरकार मौत हो गई। वह भयंकर पीड़ा के साथ छह दिन तक जिंदगी की जंग लड़ती रही लेकिन आखिरकार उसने मौत के सामने घुटने टेक दिए। दुल्हन बनी 20 साल की मुन्नी के साथ सबसे ज्यादा सितम उसके अपने ने ढहाए। पिता-भाई और मां ने पहली बिना मर्जी के उसकी शादी कर दी और फिर जब वह ससुराल में रहने के लिए राजी नहीं हुई तो एसिड से उसे जलाकर मरने के लिए छोड़ दिया। आखिरकार न मुन्नी को मायके का सुख मिला और न प्रेमी के साथ जिंदगी गुजारने का उसका सपना पूरा हुआ। बिना फेरों के हुई शादी भी सिर्फ दो दिन तक ही टिकी रह सकी।
फेरों से पहले महिलाओं ने की पिटाई
मुन्नी का अपराध सिर्फ इतना सा था कि वह अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ शादी करके जीवन गुजारना चाहती थी। गौर करने वाली बात है कि प्रेमी उसकी बिरादरी का भी था, लेकिन घरवालों को बेटी की यह मर्जी गंवारा नहीं थी। प्रेमी के साथ दोबारा रहकर जब मुन्नी वापस आई तो घरवालों ने गुपचुप तरीके से उसकी शादी करवा दी। शादी के लिए भी बारात को गांव में नहीं बुलाया गया और जब फेरों से पहले मुन्नी ने ऐतराज किया तो घर की महिलाओं ने उसकी पिटाई भी की। यहां तक ससुराल वालों से बीमारी का बहाना बताकर उसे बिना फेरों के ही विदा कर दिया गया।
पिता और भाई ने एसिट डालकर किया घटना छिपाने का प्रयास
ससुराल पहुंचने पर जब मुन्नी ने पति के साथ रहने में ऐतराज जताया तो बात मायके तक पहुंची। मायके वाले ससुराल गए और बीच रास्ते में पिता, भाई और बहनोई ने मुन्नी को मारने का मन बना लिया। 23 अप्रैल को पिता तोताराम बेटी के ससुराल गए और अगली ही सुबह बेटे को लेकर बाइक से देवचरा आए। यहां से टॉयलेट क्लीनर (लाइट एसिट) लिया और वापस बेटी की ससुराल पहुंचे। शाम को बाइक से बेटी को लेकर निकल पड़े। झुमका तिराहे पर होटल पर खाना खाने के बाद वह रात में बेटी को झाड़ियों में ले गए और वहीं गला दबाकर बेटी की हत्या कर दी। अपना अपराध छिपाने के लिए और बेटी के शव की पहचान न हो इसके लिए उस पर एसिड भी डाला गया। मुंह में भी एडिट डाला गया जिससे अंदर तक मुन्नी के कई अंग जल गए। परिजन उसे मरा समझकर रास्ते में छोड़ आए लेकिन मुन्नी की किस्मत में अभी 6 दिनों की असहनीय पीड़ा और बची हुई थी। लिहाजा कुछ लोगों ने उसे जिंदा देखा और पुलिस को सूचना देकर अस्पताल पहुंचाया। इसी बीच पुलिस ने परिजनों की निगरानी की तो पता लगा कि बेटी को दिए इन जख्मों के पीछे उसके पिता, भाई और बहनोई जिम्मेदार हैं। कड़ाई से पूछताछ पर उन्होंने गुनाह भी कबूल किया। दरअसल परिजनों का प्लान मुन्नी को मारकर उसके प्रेमी को फंसाने का था।