
दिलीप कुमार
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के छठें चरण के चुनाव प्रचार में लगे राजनीतिक दलों ने अपनी सारी ताकत झोक दी है। आलम यह है कि सात्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और विपक्षी दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के सिलसिले से ऊपर उठकर नई नई घोषणाएं करने लगे हैं। बीजेपी पिछले पांच चरणों तक अपराध जैसे मुद्दों पर चुनाव प्रचार करते रहे। लेकिन ऐसा क्या भांप लिया सीएम योगी ने कि उन्हें छठे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बोलना पड़ा। सीएम योगी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार बनती है तो हम हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी रोजगार देंगे।

आपको बता दें कि सीएम योगी अपने गृह जनपद गोरखपुर के पिपराइच और चौरी चौरा विधानसभा में अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा संबोधित करने पहुंचे। पिपराइच से महेंद्र पाल सिंह और चौरी चौरा से सरवन निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है। चौरी चौरा के रामपुर रकबा में आयोजित जनसभा में सीएम योगी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हम ये भी योजना बना रहे हैं कि अगले पांच सालों में उत्तर प्रदेश में हर परिवार के कम से कम एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, रोजगार या स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
सीएम योगी ने कहा कि पांच चरणों के चुनाव संपन्न हो जाने के बाद यह सिद्ध हो चुका है कि भाजपा पूर्ण बहुमत से काफी आगे जा चुकी है। छठे और सातवें चरण में भीजपा केवल छक्का लगाने आई है। भाजपा ने 2017 में जो कहा उसे करके दिखाया।
योगी ने आगे घोषणा करते हुए कहा कि 60 साल से ऊपर की माताओं बहनों को रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा की सुविधा भी देंगे। गरीब बेटी की शादी के लिए मिलने वाली 51 हजार की राशि को बढाकर एक लाख करेंगे। अभी हम प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन दे रहे हैं, जिसकी शिकायत समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से की है।
गौर करने वाली बात यह है कि कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने अपने चुनावी भाषण में रोजगार देने की बात कही थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव से पहले घोषपत्र जारी कर रोजगार देने की बात कहीं थी। तब विपक्षी दल सरकार को बेरोजगारी बढ़ने को लेकर घेरती थी। तब बीजेपी अपराध और बुल्डोजर का राग अलापते हुए दिखाई दे रही थी। लेकिन ऐसा क्या हो गया पांचवे चरण के बाद कि योगी रोजगार की गारंटी पर बात करने लगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनाव को सात चरणों में संपन्न किया जाना है। अभी तक पांच चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। जबकि अन्य दो चरणों के मतदान चार मार्च और सात मार्च को संपन्न होना है। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के परिणाम 10 मार्च को घोषित होगा।