महाराष्ट्र में जहां में इन दिनों विपक्षी दलों द्वारा धार्मिक उन्मादों को बढ़ाने का कायवाद चल रहा है, वहीं दूसरी ओर शिवसेना विधायक और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को मीडिया से बात चीत में कहा कि वह महाराष्ट्र में राम राज्य को स्थापित करने के लिए भगवान से आशीर्वाद मांगने के उद्देश्य से 10 जून को अयोध्या जायेंगे।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी मनसे के प्रमुख और उनके चाचा राज ठाकरे ने भी घोषणा की थी कि वह जून के पहले सप्ताह में अयोध्या की यात्रा करेंगे।
जब पत्रकारों ने आदित्य से यूपी के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण द्वारा मनसे प्रमुख को अयोध्या की यात्रा करने से पहले अतीत में उत्तर भारतीयों का अपमान करने को लेकर माफी मांगने का अल्टीमेटम दिये जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर वह दूसरे दलों एवं बीत हुई बातों पर मै कुछ नहीं कहना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण से जुड़ा संघर्ष उच्चतम न्यायालय के 2019 के आदेश से समाप्त हो गया। शिवसेना नेता ने कहा कि हम महाराष्ट्र में जो काम कर रहे है और देश में जो काम करने की हमारी मंशा है, उसके लिए आशीर्वाद मांगने हेतु हम अयोध्या जा रहे हैं। हम महाराष्ट्र में रामराज्य लाने के लिए भगवान राम का दर्शन करने जा रहे हैं।
बतादें कि राज्य के पर्यावरण मंत्री एक कार्यक्रम के बाद नांदेड़ में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उस दौरान उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ता राजनीति की खातिर अयोध्या नहीं जा रहे हैं। बल्कि अयोध्या हमारी ताकत एवं समर्पण का स्रोत है। हम आशीर्वाद मांगने जा रहे हैं।
महा विकास अघाड़ी के तौर पर हम समाज के हर वर्गों के साथ लेकर आगे बढ़ रहे है। महाराष्ट्र देश की वित्तीय शक्ति है। यदि महाराष्ट्र को आगे ले जाया जाता है, तो देश भी आगे बढ़ेगा। भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को हिंदुत्व या हिंदू धर्म के बारे में नहीं पढ़ाया जाए, तो अच्छा रहेगा।