
उत्तराखंड के चमोली जिले के देवाल विकासखंड के चोर गांव में एक दुखद हादसे में सैनिक वीरेंद्र सिंह (35) की 200 मीटर गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। वीरेंद्र, जो लैंसडाउन में तैनात थे, मंगलवार (22 जुलाई) को छुट्टी लेकर अपने गांव लौटे थे। हादसा बुधवार देर शाम हुआ, जब वह पास के गांव से अपने घर लौट रहे थे और उनका पैर फिसल गया।

स्थानीय निवासी गंगा सिंह ने बताया कि वीरेंद्र सिंह, पुत्र भजन सिंह, चोर गांव के रहने वाले थे और पूर्व ज्येष्ठ उप प्रमुख हरेंद्र सिंह कोटडी के छोटे भाई थे। बुधवार शाम को वह किसी अन्य गांव से घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में उनका पैर फिसल गया और वह 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरे। रात में ग्रामीणों ने कठिन परिस्थितियों में खाई में उतरकर उन्हें निकाला और अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
पुलिस और अस्पताल की कार्रवाई:
चमोली पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही टीमें मौके पर पहुंचीं। आवश्यक औपचारिकताओं के बाद वीरेंद्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कर्णप्रयाग अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और इसे एक दुर्घटना मानकर कार्रवाई की जा रही है।
क्षेत्र में शोक:
वीरेंद्र की असामयिक मृत्यु से चोर गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने उनकी साहसिक सेवा को याद करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। वीरेंद्र के परिवार में उनके माता-पिता और बड़े भाई हरेंद्र सिंह हैं, जो क्षेत्र में एक सम्मानित व्यक्ति हैं।