
चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद रोज ही उनसे जुड़े नए मामले सामने आ रहे हैं. इस लिस्ट में एक और मामला जुड़ गया है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि जयललिता की मौत से पहले ही उन्हें दफ़नाने के लिए ताबूत खरीद लिया गया था.
खबर के मुताबिक, ऐसी आशंका है कि अम्मा का देहांत की अधिकारिक घोषणा के एक दिन पहले ही हो गया था.
जयललिता की मौत का राज
अम्मा का निधन पांच दिसंबर की रात 11.30 बजे हुआ था. रविवार को तकरीबन तीन बजे दोपहर में जयललिता को कार्डियक अरेस्ट हुआ था. उसके बाद डॉक्टरों ने सर्जरी के लिए उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया था. सोमवार देर रात जयललिता ने अस्पताल में आखिरी सांसे ली.
जयललिता की मौत कब हुई यह अभी तक रहस्य बना हुआ है. ताबूत को एक दिन पहले खरीदने से यह विवाद और भी गहरा गया है.
ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी ने जयललिता के अंतिम संस्कार की तैयारियां रविवार से ही शुरू कर दी थी. ताबूत खरीदने के साथ पार्टी ने राजाजी हॉल को साफ-सुथरा करने का आदेश भी दिया था. राजाजी हॉल में जयललिता के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था.
आखिरी वक्त में जयललिता के साथ शशिकला और शीला बालाकृष्णन के अलावा किसी को भी उनसे मिलने की परमीशन नहीं थी.