
लंदन| ब्रिटेन में बहुत सारे हिंदू मंदिरों ने पांच पौंड के नए नोट का बहिष्कार करते हुए इसे प्रतिबंधित कर दिया है। नोट में पशु चर्बी होने की बात सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। नेशनल काउंसिल ऑफ हिंदू टेंपल्स ने कहा है कि नई मुद्रा आदान-प्रदान के सरल माध्यम के रूप में बंद होकर यह दर्द और दुख का संचरण करने का माध्यम हो गया है और हमलोग इसके संपर्क में आना नहीं चाहेंगे।
नए नोट का बहिष्कार
इंडिपेंडेंट ने काउंसिल के प्रवक्ता सतीश शर्मा का बीबीसी को यह कहते हुए उल्लेख किया है कि वह कम से कम तीन मंदिरों को जानते हैं, जो पांच पौंड के नोट को नहीं स्वीकार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि मंदिरों की यह जिम्मेदारी है कि कुछ धार्मिक रीतियों का मानदंड बनाए रखें। कोई भी मंदिर जो पांच पौंड के नोट पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वह किसी भी तरह से किसी भी मामले में अनुचित नहीं है।”
हर्टफोर्डशायर स्थित भक्तिवेदांत मनोर, जो हरे कृष्ण मंदिर है, उसने फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट किया है- हमलोग आगे से नए पांच पौंड के नोट नहीं स्वीकार करेंगे, क्योंकि उनमें जानवर की चर्बी है।
पिछले हफ्ते यह खुलासा हुआ कि नोट में वसा है, जो गोमांस या बकरे के मांस की चर्बी से निकलता है। हिंदू गाय को एक पवित्र जानवर मानते हैं।
इंडिपेंडेंट की खबर के अनुसार, लीचेस्टर में श्री सनातन मंदिर ने भी नोट को बदलने के लिए मुहिम चलाई है।
मंदिर की वेबसाइट पर कहा गया है, हमलोग यह जानकर बहुत निराश हैं कि पांच पौंड के नए नोट में जानवर की चर्बी है।
बैंक की मुद्रा पर से वसा को हटाने के लिए एक आवेदन मिला है जिस पर 1.20 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हैं।