
दमिश्क। सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत स्ताफन डी मिस्तूरा ने गुरुवार को कहा कि सीरिया संघर्ष के मामले पर अमेरिका व रूस सहयोग का टूटना एक गंभीर झटका है और इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि ‘हम इस समय आपातकाल स्थिति में हैं।’
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं को बताया कि पूर्वी अलेप्पो क्षेत्र में अल नुसरा के लड़ाकों की संख्या अधिकतम 900 है।
मिस्तूरा ने कहा, “हम उन 900 लोगों के बारे में बात कर रहे हैं जो शहर के विनाश का कारण बन रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि पूर्वी अलेप्पो में करीब 8,000 विपक्षी लड़ाके हैं। जबकि यहां पूरी आबादी 1,00,000 बच्चों सहित 2,75,000 के आसपास है।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने चेताया है कि इस दर के साथ पूर्वी अलेप्पो क्रिसमस से दो माह पहले ही बम विस्फोट और हमलों से पूरी तरह से नष्ट हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह पूरा इलाका हजारों शहरवासियों की कब्रगाह बनने वाला है|
डी मिस्तूरा ने अल नुसरा से उत्तरी सीरियाई शहर छोड़ने की एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा, “मैं अल नुसरा के हथियारबंद लोगों से आग्रह कर रहा हूं कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए अगर वह पूर्वी अलेप्पो छोड़ना चाहते हतो मैं उनकी मदद करने को तैयार हूं।”
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा कि वर्तमान में पूर्वी अलेप्पो में करीब 200 घायल लोग हैं, इनमें से ज्यादातर नागरिक हैं, जिन्हें जल्द से जल्द यहां से निकालना होगा, क्योंकि अगर बुनियादी सहयोग न मिला तो वह यहां जीवित नहीं रह सकते।