अहमदाबाद विमान हादसा: 1000°C की आग में सब खाक, 265 की मौत, बचाव कार्य में भारी चुनौतियां

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे ने भयावह मंजर पेश किया। मेघाणीनगर में क्रैश हुए विमान के आसपास तापमान 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिसके कारण बचाव कार्य में भारी मुश्किलें आईं। अधिकारियों ने बताया कि इस तीव्र आग में न केवल इंसान, बल्कि जानवर और पक्षी भी जलकर खाक हो गए, क्योंकि उन्हें भागने का मौका तक नहीं मिला।

एयर इंडिया की उड़ान AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान तेजी से नीचे आया और मेघाणीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और सिविल अस्पताल के आवासीय परिसर से टकरा गया। इस हादसे में 241 यात्रियों सहित कुल 265 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं। केवल एक यात्री, विशवासकुमार रमेश, जो सीट 11A पर बैठे थे, चमत्कारिक रूप से बच पाए।

आग और ईंधन की भूमिका:
विमान में 1,26,907 लीटर ईंधन मौजूद था, जिसके कारण क्रैश के बाद भयंकर विस्फोट हुआ और आग ने ज्वालामुखी का रूप ले लिया। घने काले धुएं का गुबार दूर तक दिखाई दिया। सड़कों पर शव बिखरे पड़े थे, जिनमें से ज्यादातर बुरी तरह झुलस गए, जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो रही है। डीएनए नमूनों के जरिए शवों की पहचान की प्रक्रिया शुरू की गई है।

बचाव कार्य में चुनौतियां:
राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के एक सदस्य ने बताया कि पिछले आठ सालों में उन्होंने ऐसी आपदा नहीं देखी। तापमान इतना अधिक था कि पीपीई किट पहनकर भी बचाव कार्य करना बेहद कठिन था। आग की तीव्रता के कारण जानवरों और पक्षियों को भी बचने का मौका नहीं मिला, और वे भी जलकर राख हो गए। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की छह टीमें, अग्निशमन दल, पुलिस और सेना ने मिलकर बचाव कार्य किए, लेकिन उच्च तापमान और धुएं ने राहत कार्यों को जटिल बना दिया।

प्रधानमंत्री का दौरा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह क्रैश साइट का दौरा किया और सिविल अस्पताल में एकमात्र जीवित यात्री से मुलाकात की। उनके साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल मौजूद थे। पीएम ने अधिकारियों से हादसे और बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली।

जांच और सहायता:
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में संभावित पक्षी टकराव या इंजन फेल्योर का उल्लेख है। एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिसके विश्लेषण से हादसे के कारणों का पता चल सकता है। एयर इंडिया ने अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली और गैटविक हवाई अड्डों पर सहायता केंद्र स्थापित किए हैं और एक हेल्पलाइन नंबर (1800 5691 444) जारी किया है। टाटा समूह ने मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।

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