केंद्र सरकार की वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत उत्तराखंड के सीमांत गांवों के विकास को गति देने के लिए केंद्रीय मंत्री बारी-बारी से राज्य का दौरा करेंगे। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिथौरागढ़ जिले के गुंजी वाइब्रेंट विलेज का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट भी मौजूद थे।

भट्ट ने बताया कि वाइब्रेंट विलेज योजना का सीमांत गांवों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। खासकर पर्यटन और तीर्थाटन से जुड़ी योजनाओं ने इन क्षेत्रों में बदलाव लाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा के बाद इन स्थानों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इन गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार, सड़क, पेयजल, कृषि, उद्यानिकी और स्वरोजगार से संबंधित योजनाओं को लागू किया जा रहा है।
वाइब्रेंट विलेज योजना को प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता प्राप्त है। इसके तहत 51 गांवों को चिह्नित किया गया है, जो उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिलों में नेपाल और चीन की सीमा से सटे हैं। इन गांवों में बुनियादी ढांचे, सड़क, बिजली, संचार, और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2022-23 से 2025-26 तक 4,800 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें से 2,500 करोड़ रुपये सड़क निर्माण के लिए हैं।
केंद्रीय मंत्रियों के दौरे का उद्देश्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और स्थानीय लोगों की जरूरतों के आधार पर सुविधाएं सुनिश्चित करना है। भट्ट के अनुसार, समयबद्ध कार्यान्वयन के लिए मंत्रियों का दौरा निरंतर जारी रहेगा, ताकि इन गांवों में समग्र विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिले।