26 अक्टूबर के इजराइली हमले के बाद ईरान के टारगेट पर इजराइल ,72 घंटे में कर सकता है जवाबी हमला
इजराइल के हमले का जवाब ईरान बहुत जल्द दे सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने इजराइल से बदले का ऐलान कर दिया है
इजराइल के हमले का जवाब ईरान बहुत जल्द दे सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने इजराइल से बदले का ऐलान कर दिया है. इस बार ईरान इजराइल के ऐसे ठिकानों के टारगेट करने वाला है, जिसके बाद इजराइल को बड़ा नुकसान हो सकता है , फिलहाल ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने इजराइल से बदला लेने का ऐलान कर दिया है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान इजराइल पर अमेरिकी चुनाव से पहले हमला कर सकता है।
ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्लैटफॉर्म हमले के लिए स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर तैनात कर दिए गए हैं जहा पर ईरान संभावित हमले की योजना बना रहा है , IRGC कमांडर ने कहा है कि बीते दिनो इजराइल ने ईरान पर बड़े हमले किये जिसमे हम नुक्सान की बात को स्वीकारते है , लेकिन अब हमारी और से इजराइल पर बड़े हमले किए जाएंगे. उधर इजराइल ने भी ऐलान कर दिया है कि ईरान को परमाणु शक्ति बनने से रोकना उसका सबसे बड़ा लक्ष्य है, ईरान द्वारा किसी भी हमले के तुरंत बाद ईरान के परमाणु ठिकानो को तहस नहस कर दिया जायेगा।
ये हो सकता है ईरान का इजराइल में टारगेट
ईरान के टारगेट पर भूमध्य सागर में बने इजराइल के ऑयल और नेचुरल गैस फील्ड हो सकते हैं, इनमें पहला है नोआ-1 है. ये इजराइल का नेचुरल गैस रिज है, ये गैस रिज इजराइल के तटीय शहर अश्केलोन से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर है. इजराइल यहां 1999 से गैस निकासी कर रहा है.ईरान का दूसरा टारगेट बन सकता है मारी-B , ये भी इजराइल का एक नेचुरल गैस रिज है. इजराइल का ये गैस रिज भू मध्य सागर में नोआ-वन से 15km आगे की ओर है, इस फील्ड में करीबन 45 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस भंडार है. इजराइली पेट्रोलियम मंत्रालय यहां 2004 से गैस निकासी का काम कर रहा है.ईरान का तीसरा टारगेट बन सकता है तमार गैस फील्ड, ये भी एक नेचुरल गैस रिज है. ये रिज इजराइल के हाइफा शहर से करीब 90 किलोमीटर दूर भूमध्य सागर में है, यहां भी इज़राइल 1999 से गैस निकासी की का काम कर रहा है।
अमेरिकी चुनाव से पहले हो सकता है हमला
5 नवंबर को अमेरिका में मतदान होना है और दावा किया जा रहा है उससे पहले ही ईरान इजराइल पर हमले कर सकता है. ईरान इजराइल को जवाब देने में फिलहाल बिलकुल भी देरी करना नहीं चाहता है, उसका मकसद है अपने प्रॉक्सी संगठन के हौसले बुलंद रखना और इजराइल पर हमले करने से प्रॉक्सी संगठनों का जोश बढ़ाना है.
इजराइल की तैयारी
ईरान इजराइल पर हमलों का प्लान बना रहा है और दूसरी तरफ इजराइल ने ऐलान कर दिया है कि बतौर राष्ट्र ईरान की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा कभी पूरी नहीं होने दी जाएगी , जिसमे रूस और चीन ईरान को परमाणु बम बनाने की टेक्नोलॉजी देना चाहते है . ईरान रूस और चीन की सहायता से परमाणु बम बनाने के बहुत करीब है, ईरान रूस और चीन की सहायता से परमाणु बम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है और बहुत जल्द बम बना सकता है. इसका मतलब साफ है कि अगर इजराइल ईरान को परमाणु शक्ति बनने से रोकना चाहता है तो वो बहुत जल्द ऑपरेशन शुरू करेगा।