MOVIE REVIEW : दिल नहीं दिमाग को बजा देगी ‘बैंजो’
रेटिंग- 3 स्टार
स्टार कास्ट- रितेश देशमुख, नरगिस फाखरी, धर्मेश
डायरेक्टर- रवि जाधव
प्रोड्यूसर- कृषिका लुल्ला
म्यूजिक- विशाल-शेखर
अवधि- 2 घंटा 17 मिनट
सर्टिफिकेट- U/A
कहानी- मुम्बई में रहने वाले बैंजो प्लेयर नन्द किशोर उर्फ तरात (रितेश देशमुख) की स्टोरी है जो हर तरह के काम कर सकता है. वह अपने तीन दोस्तों पेपर, ग्रीस और वाजा के साथ छोटे-मोटे फंक्शन्स में परफॉर्म करता है. इस बैंड के मन में इच्छा जागती है कि अब अपने इस हुनर को बड़ा प्लेटफॉर्म दिया जाये. तभी न्यूयॉर्क से क्रिस (नरगिस फाकरी) मुम्बई आती है जिसका मकसद यहां के लोकल बैंजो प्लेयर्स के साथ गाने रिकॉर्ड करना है, जिन्हें वह एक म्यूजिक कॉम्पिटिशन में भेज सके. क्रिस के मुम्बई आने पर कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न्स आते हैं जिसके बाद इस बैंड को नया प्लेटफॉर्म मिलता है या नहीं इसे जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.
डायरेक्शन- निर्देशक रवि जाधव ने फिल्म बैंजो से हिंदी सिनेमा में कदम रखा है. फिल्म की कहानी में कुछ नया नहीं है. फिल्म में बहुत कुछ होते हुए भी कुछ नहीं है. डायरेक्शन कुछ खास नहीं रहा, सीन्स को और अच्छा बनाया जा सकता था.
अभिनय- रितेश फिल्मों में अपनी टाइमिंग के लिए जाने जाते है. उन्होंने अपने रोल को बखूबी निभाया. वहीं नरगिस फिल्म में एक ही एक्सप्रेशन में नजर आई. कोरियोग्राफर धर्मेश ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी.
संगीत- फिल्म के दो ‘बप्पा’ और ‘उड़न छू’ गाने ही शानदार हैं. बाकी के गाने सिर्फ एक बार ही सुनने लायक हैं.
क्यों देखें- रितेश और धर्मेश की दमदार एक्टिंग देखने के लिए आप नजदीकी सिनेमाघर में जा सकते हैं.
क्यों न देखें- अगर आप म्यूजिक के फैन हैं तो फिल्म देखने न जाएं. दो गानों के अलावा बाकी गानों की रफ्तार धीमी रही.