भारत की बड़ी जीत, अब बराक रखेगी पाकिस्तान पर नजर, जरूरत पड़ी तो हमला भी होगा
भुवनेश्वर। भारत ने पाकिस्तान का सीना चीरने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसे भारत की बड़ी जीत माना जा रहा है। भारत ने ओडिशा में एक अपतटीय परीक्षण केंद्र से मंगलवार को सतह से आकाश में मार करने वाले बराक-8 प्रक्षेपास्त्र का सफल परीक्षण किया है। भारत ने इजरायल के साथ मिलकर इस प्रक्षेपास्त्र का विकास किया है। इस प्रक्षेपास्त्र को देश के सबसे एडवांस्ड वॉरशिप आईएनएस मोर्मुगाव में भी लगाया जाना है।
भारत की बड़ी जीत
मोर्मुगाव भारत की जलसीमा की रक्षा करेगा। यह पाकिस्तान समेत अन्य पड़ोसी देशों के जलमार्गों पर नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर तेज हमले भी करेगा।
एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के लांच पैड से सतह से हवा में मार करने वाले इस प्रक्षेपास्त्र का सफल परीक्षण किया गया।
ओडिशा में बलासोर जिले के आईटीआर प्रक्षेपण परिसर-3 से करीब 10.15 बजे एक मोबाइल प्रक्षेपक से प्रक्षेपास्त्र को को छोड़ा गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) शीघ्र ही कुछ और परीक्षणों की योजना बना रहा है।
डीआरडीओ और इजरायल एयरो स्पेश इंडस्ट्रीज(आईएआई) तथा हथियारों और प्रौद्योगिकी ढांचा के विकास के लिए इजरायल प्रशासन ने संयुक्त रूप से इस उन्नत प्रक्षेपास्त्र का निर्माण एवं विकास किया है।
बराक-8 प्रक्षेपास्त्र के पास 70 से 90 किलोमीटर के दायरे में लक्ष्य भेदने की क्षमता है। किसी भी तरह के आसमानी खतरे से रक्षा के लिए इस प्रक्षेपास्त्र का निर्माण किया गया है। हवाई जहाजों और हेलीकॉप्टरों के अलावा यह सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों और प्रक्षेपास्त्रों को भी मार गिरा सकता है।
यह परमाणु आयुध ढोने में सक्षम है। इसका वजन 2.7 टन और लंबाई 4.5 मीटर है। इस परिक्षण के लिए जिला प्रशासन ने परीक्षण केंद्र के आसपास 2.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले करीब 3500 लोगों अस्थाई तौर पर स्थानान्तरित किया था।