
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, कैबिनेट मंत्री और उत्तर प्रदेश विधान सभा और विधान परिषद के सदस्य आज अयोध्या में राम मंदिर का दौरा करेंगे।

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने तीर्थयात्रा की सुविधा के लिए दस लक्जरी बसों की व्यवस्था की है। 44 लोगों के बैठने की क्षमता वाली प्रत्येक बस, विधायकों को लखनऊ से अयोध्या तक लगभग 135 किलोमीटर की यात्रा पर ले जाएगी। विधायी निकायों के सभी सदस्यों को दिए गए निमंत्रण पर राजनीतिक दलों की ओर से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं। जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके गठबंधन सहयोगियों ने उत्साहपूर्वक निमंत्रण स्वीकार कर लिया, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने भाग लेने से इनकार कर दिया।
लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर के दृश्यों में भाजपा नेताओं को अयोध्या के राम मंदिर के लिए रवाना होने से पहले ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए दिखाया गया।
बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी के नेता इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं, लेकिन हम नहीं। हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष है और हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं…किसी को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।”




