
दिलीप कुमार
आखिरी चरण के चुनाव के बाद आए एक्जीट पोल पर प्रदेश भर में तरह तरह का चर्चा हो रहा है। ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर जारी हो गया है। बीजेपी के पक्ष में आए एक्जीट पोल को लेकर सपा के तामम नेता झूठा बता रहे हैं। इतना ही नहीं सपा अब चुनाव आयोग समेत बड़े अधिकारियों पर भी आरोप लगा रहे हैं। इसी बची अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस संबोधित किया है।

सोमवार को एग्जिट पोल सामने आने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएमअखिलेश यादव ने मंगलवार देर शाम प्रेस कांफ्रेंस कर EVM को लेकर कई आरोप लगाए। उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मतगणना के लिए लखनऊ से अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने समाजवादी कार्यकर्ताओं से मतगणना स्थल पर कड़ी नजर रखने की अपील की।
अखिलेश यादव ने चुनाव में मतगणना में संभावित धांधली के खतरे का जिक्र करते हुए कहा कि आज एक बार फिर लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है। यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। उन्होंने पिछले चुनाव यानी 2017 चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी पार्टी 47 सीटों पर बहुत कम अंतर से हारी थी लेकिन इस बार हम अयोध्या और वाराणसी में सपा जीत रही है। अपने प्रत्याशी पवन पांडे का नाम लेते हुए कहा कि पवन पांडे जीत रहे हैं।
EVM से छेड़-छाड़ पर बोलते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि कई जगह ईवीएम संदिग्ध अवस्था में पकड़ी गई है, बरेली और वाराणसी में ईवीएम और बैलट पेपर पकड़े गए हैं। इस पर चुनाव आयोग को चाहिए था कि वाराणसी डीएम को तलब करना चाहिए था, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रावाई नहीं की गई।
आपको बता दें कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेरी जनता जनार्दन से अपील है कि लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है, इसलिए हमारे प्रत्याशी और समर्थक कैमरों के साथ तैयार रहें। हर एक विधानसभा में चौकन्ना रहने की जरुरत है। ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है। इसके बाद आजादी की लड़ाई लड़नी पड़ेगी। उन्होंने अधिकारियों पर वोट चोरी करने का आरोप भी लगाया। दूसरी ओर उन्होंने अफसरों से अपील भी किया कि वो लोकतंत्र को आगे बढ़कर बचाएं।
पत्रकारों से बातचीत दौरान उन्होंने वोट सर्वे संस्थानों पर अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि ये एक्जिट पोल बीजेपी के पक्ष में इसीलिए आए हैं क्योंकि लखनऊ से अधिकारी फोन करके जिलाधिकारियों पर दबाव बना सकें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा सरकारक जैसा कहेगी अफसर वैसा ही करेंगे। इसीलिए तमाम शिकायतों के बाद भी चुनाव आयोग ने एक भी अधिकारी को नहीं हटाया। चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
उन्होंने अपने करहल क्षेत्र में घटित एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी ने खुद गाड़ी तोड़ी और समाजवादियों पर झूठा आरोप लगाया गया। उन्होंने आगे कहा कि वोट बचाने के लिए हमें प्रहरी बनना पड़ेगा। हमी तीन दिनों तक स्ट्रांग रूम की निगरानी करेना होगा। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में कोर्ट का सहारा लेना होगा तो हम लेंगे। सपा प्रमुख ने आगे एग्जिट पोल के दावों को नकारते हुए कहा कि सपा गठबंधन 300 सीटें जीत रही है।