साल 2022 के शुरुआत में आएगी कोरोना की तीसरी लहर, ‘Omicron’ से सावधान रहने की जरूरत

भारत में अभी तक कोविड-19 का प्रकोप पूरी तरह से खत्म हुआ ही नहीं की तब तक कोरोना के omicron वेरिएंट ने दस्तक दे दिया। बता दें की अभी तक भारत में omicron की 4 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और omicron में मामलें लगातार बढ़ रहें हैं ऐसे में सतर्क रहना बहुत जरूरी है। ऐसे में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने अपने अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि साल की शुरुआती माह जनवरी में तीसरी लहर शुरू हो जाएगी।

प्रोफेसर ने कहा कि कोरोना के नए वेरियंट ओमाइक्रोन से सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि यह तेजी से फैलता है। बता दें कि आईआईटी कानपुर में कोरोना के 3 नए मामले सामने आए हैं। दो आईआईटी कैंपस, एक महिला आजाद नगर की रहने वाली है। सभी सैंपल केजीएमयू लखनऊ भेजे गए हैं। फिलहाल शहर में एक्टिव केस की संख्या अब 5 हो गई है।

प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर शुरू होगी। इसका चरम फरवरी में होगा, हालांकि उनका कहना है कि नए वेरिएंट से फैलने वाला संक्रमण बहुत हल्का है, इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हल्के लॉकडाउन का भी सुझाव दिया है। आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी पद्मश्री प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने भी कंप्यूटर मॉडल ‘सूत्र’ के जरिए पहली और दूसरी लहर की भविष्यवाणी की थी। इसी मॉडल के आधार पर उन्होंने बताया कि लहर जनवरी के पहले हफ्ते से दस्तक देगी। तीसरी लहर का चरम फरवरी में आने की संभावना है। जिस समय यह तीसरी लहर अपने चरम पर होगी, उस समय रोजाना एक लाख से डेढ़ लाख के बीच संक्रमित मरीज मिलने की संभावना हैं। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि यह वेरिएंट प्राकृतिक प्रतिरक्षा (नेचुरल इम्यूनिटी) को ज्यादा दरकिनार नहीं कर रहा है।

नेचुरल इम्युनिटी यानी जिन लोगों को एक बार कोरोना हो चुका है, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि जैसे हमने डेल्टा संस्करण के दौरान प्रसार को रोकने के लिए हल्का लॉकडाउन (रात का कर्फ्यू, भीड़ प्रतिबंध) लगाया था, उसी तरह इस बार भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की सभी सीमाओं पर चौकसी बरती जा रही है। इसके साथ ही लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई और केजीएमयू में भी जीनोम सीक्वेंसिंग की गति तेज कर दी गई है।

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