भांग है दुनिया की सबसे पुरानी दर्द निवारक दवा, इसके गुणों को जानकर रह जाएंगे हैरान
भांग या गांजा का इस्तेमाल सिर्फ नशे के लिए ही नहीं किया जाता है, बल्कि मेडिकल साइंस में इसके माध्यम से कई गंभीर बीमारियों का इलाज भी होता है। क्या आप जानते हैं कि मारिजुआना (गांजा) के अनेको फायदे भी हैं। विज्ञान भी इसकी पुष्टि कर चुका है। एक रिसर्च के अनुसार गांजे में मिलने वाले तत्व एपिलेप्सी अटैक को टाल सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार कैनाबिनॉएड्स कंपाउंड इंसान को शांति का अहसास देने वाले मस्तिष्क के हिस्से की कोशिकाओं को जोड़ते हैं।
ग्लूकोमा से बचाव–
अमेरिका के नेशनल आई इंस्टीट्यूट के अनुसार भांग ग्लूकोमा के लक्षण खत्म करता है। ग्लूकोमा में आंख का तारा बड़ा हो जाता है और दृष्टि से जुड़ी तंत्रिकाओं को दबाने लगता है। इससे नजर कमजोर हो जाती है। ऑप्टिक नर्व से गांजा दबाव हटाता है।
अल्जाइमर से बचाव-
भांग के पौधे में मिलने वाले टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल की छोटी खुराक एमिलॉयड के विकास को धीमा कर सकती है। एमिलॉयड मस्तिष्क की कोशिकाओं को मार देता है और अल्जाइमर के लिए जिम्मेदार होता है। इसमें भांग का तेल फायदेमंद होता है।
कैंसर में असरदार
भांग कैंसर से लडऩे में सक्षम होता है। अमेरिका की सरकारी वेबसाइट के अनुसार कैनाबिनॉएड्स तत्व कैंसर कोशिकाओं को मारने में सक्षम होता हैं। यह ट्यूमर के विकास को रोक देता हैं। कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और लिवर कैंसर का सफल इलाज कैनाबिनॉएड्स से होता है।
दिमाग की रक्षा
भांग स्ट्रोक की स्थिति में मस्तिष्क को नुकसान से बचा सकती है। भांग स्ट्रोक के असर को दिमाग के कुछ ही हिस्सों में सीमित कर देती है।
दर्द निवारक
शुगर से पीडि़त ज्यादातर लोगों के हाथ या पैरों की तंत्रिकाएं नुकसान झेलती हैं। इससे बदन के कुछ हिस्से में जलन का अनुभव होने लगता है। नर्व डैमेज होने से उठने वाले दर्द में भांग असरदार होती है।
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