Uttarakhand Rain: जल प्रलय से अबतक 46 की मौत, कई लोग लापता
उत्तराखंड मानसून ने आपना रैद्र रूप दिखाया है। यहां बारिश से हुए हादसों और आपदाओं में मारे गए लोगों का आंकड़ा 46 पहुंच गया है। सोमवार से अब तक के आंकड़े जारी करते हुए एक आधिकारिक नोट में कहा गया है कि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है क्योंकि नैनीताल समेत कई इलाकों में लोग लापता हैं। आंकड़ों की माने तो अब तक नैनीताल ज़िले में सबसे ज़्यादा 28 जानें गई हैं। ज़िले में 11 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। इसके अलावा, 12 लोग घायल हैं, जिनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि हवाई सर्वेक्षण द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नुकसान का आकलन करेंगे। अभी तक 46 लोगों के हताहत होने की खबर आई है जिसमें से 11 लोग लापता और कुछ घायल हैं। राहत और बचाव कार्य में सेना, NDRF, SDRF, ITBP, BRO और NGO के लोग लगे हुए हैं। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि आपदा से प्रभावित लोगों को खाने-पीने की व्यवस्था कराई जाए। राज्य सरकार आपदा में मारे गए परिवारजनों को 4 लाख रुपए का मुआवज़ा देगी। आपदा और राहत कार्य के लिए हर ज़िलाधिकारी को 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की है।
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने बताया कि नैनीताल का कालाढूंगी वाला रास्ता खुल गया है और वहां फंसे हुए पर्यटकों को निकाला गया है। हल्द्वानी से अल्मोड़ा का मुख्य मार्ग बाधित है। अभी उसमें समय लगेगा क्योंकि वह कई जगह से टूटा हुआ है। गढ़वाल में मौसम खुल चुका है और चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है।