
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पूनिया की नजरें अब 2021 के पेरिस ओलंपिक पर टिकी हुई हैं। पंचकुला के इंद्रधनुष सभागार में हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में पहुंचे बजरंग पूनिया ने कहा कि बेशक उन्होंने कांस्य पदक जीता लेकिन एक स्वर्ण पदक खो दिया।

बजरंग ने बताया कि जब सेमीफाइनल में हार हुई तो वह रात में सो नहीं पाए। बस सोचते रहे कि गलती क्या हुई और क्या किया जा सकता था। इसी के साथ उन्होंने कहा कि 2024 में पेरिस ओलंपिक के लिए वह अभी से जुट गए हैं। प्रयास रहेगा कि वह 2024 में स्वर्ण पदक लेकर ही आएं।
पूनिया ने बताया कि वह ओलंपिक शुरू होने के पहले रूस में ट्रेनिंग कर रहे थे। अभ्यास के दौरान उनके घुटने में चोट लग गाई और कुछ समय के लिए उन्हें प्रशिक्षण में भी परेशानी हुई। रूस में एडवांस्ड रिकवरी सिस्टम से उन्होंने चोट से उबरने का प्रयास किया लेकिन तब तक ओलंपिक शुरु हो चुके थे। फिर उसी स्थिति में उन्हें मैदान में उतरना पड़ा।