Vaccine: भारत को मिल सकती हैं अब 6वीं वैक्सीन, तीन डोस में लगेगी यह वैक्सीन
कोरोना संक्रमण से मुकाबले के लिए भारत लगातार टीकाकरण(Corona Vaccine) की क्षमता को बढ़ाने में लगा हुा है। ऐसे में समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत को जल्द ही अत्यधिक संक्रामक COVID-19 संक्रमण के खिलाफ अपना छठा टीका मिल सकता है क्योंकि Zydus Cadila की तीन-खुराक वाली वैक्सीन ZyCoV-D को इस सप्ताह तक विशेषज्ञ समिति से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) मिल सकता है।
एएनआई के अनुसार, ZyCoV-D को पहले वयस्कों के बीच उपयोग के लिए अनुमति मिलने की संभावना है। 7 अगस्त को जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन (Vaccine) के आपात इस्तेमाल को मिली मंजूरी के साथ देश में फिलहाल पांच वैक्सीन उपलब्ध हैं। यानी, भारत में सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन, स्पुतनिक वी, मॉडर्न और जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 टीकों का उपयोग करता है।
ज़ायकोब-डी, भारतीय दवा निर्माता जायडस कैडिला द्वारा तैयार की गई वैक्सीन है। डीसीजीआई से मंजूरी मिलने के बाद यह देश की तीसरी स्वदेशी वैक्सीन हो सकती है। कई मामलों में इसे सबसे खास माना जा रहा है। इस वैक्सीन की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया की पहली डीएनए प्लाजमिड वैक्सीन होगी।
राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, ‘सरकार को उम्मीद है कि अक्टूबर-नवंबर में, चार और भारतीय दवा कंपनियां स्वदेशी टीकों का उत्पादन शुरू करेंगी जो घरेलू मांग को पूरा करने में मदद करेंगी, जैविक ई और नोवार्टिस टीके आने वाले दिनों में बाजार में भी उपलब्ध होगा, जबकि जायडस कैडिला को जल्द ही विशेषज्ञ समिति से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल जाएगी।’
Zydus Cadila ने पिछले सप्ताह अपने COVID-19 वैक्सीन( (Vaccine) ZyCoV-D के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने कहा है कि ZyCoV-D तीन-खुराक वाला टीका है जिसे 0, दिन 28 और 56वें दिन प्रशासित किया जाना है, जिसका परीक्षण भारत में 50 केंद्रों में किया गया है और इसकी सालाना 10-12 करोड़ खुराक ZyCoV-D बनाने की योजना है। इसमें यह भी कहा गया है कि ZyCoV-D को लंबे समय तक इस्तेमाल के लिए 2 से 8 डिग्री सेल्सियस और शॉर्ट टर्म के लिए 25 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जा सकता है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने यह भी कहा है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) बच्चों के लिए Zydus Cadila के COVID वैक्सीन की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि जाइडस कैडिला ने अपने तीसरे चरण के अध्ययन के लिए 28,000 से अधिक स्वयंसेवकों को नामांकित किया है।
उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि वे निकट भविष्य में आवेदन करेंगे। उनका अधिकांश अध्ययन पूरा हो गया है। उन्होंने अपने चरण 3 के अध्ययन में 28,000 से अधिक स्वयंसेवकों को नामांकित किया है। हमें उम्मीद है कि वे बहुत जल्द परिणाम प्रस्तुत करेंगे। हम इस टीके के लिए आशान्वित हैं क्योंकि यह दुनिया का पहला डीएनए वैक्सीन होगा। हमें उनके काम पर बहुत गर्व है।’
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