
हैदराबाद में सिर्फ एक किलोग्राम वजन के साथ पैदा हुई बच्ची को कोविड निकला। अब वो ठीक होकर घर जा चुकी है। राहुल और बालामौनिका के लिए, उनकी छह हफ्ते की बच्ची का बच जाना एक चमत्कार है। उनकी बच्ची 28वें हफ़्ते में पैदा हुई और जन्म के समय बस एक किलो की थी। बच्ची की मां, बालामोनिका वेंटिलेटर पर थीं और कोविड से लड़ रही थीं।

लेकिन इसी बीच जन्म के दूसरे हफ़्ते में उनकी बच्ची भी कोविड पॉजिटिव निकली और उसे भी NICU में वेंटिलेटर पर रखना पड़ा, जहां नर्सें मां की भूमिका अदा करती रहीं। अब बच्ची ठीक है, घर जा चुकी है और मां-पिता खुश हैं। राहुल ने कहा, “हम अब बेहद खुश हैं। बेटी पूरी तरह ठीक हो गई। डॉ अपर्णा ने हमारी पूरी मदद की, वर्चुअली भी और फिजिकली भी। हम बच्ची की खुद देखभाल नहीं कर सकते थे तो उन्होंने वर्चुअली हमें जोड़ा- ये मेरी पत्नी के लिए बहुत बड़ा भावनात्मक सहयोग था।” बता दें कि हैदराबाद के कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में 40 कोविड पॉजिटिव महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है। इनमें से किसी बच्चे को कोविड नहीं हुआ, यानी ये मां से मिला संक्रमण नहीं है। पैदाइश के बाद दो बच्चे संक्रमित हुए। डॉक्टर कहते हैं- बस 15-20 फीसदी कोविड पॉज़िटिव बच्चों में लक्षण मिलते हैं और अमूमन किसी की जान नहीं जाती।