
यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव( Panchayat Chunav ) को लेकर नामांकन का सिलसिला जारी है। ऐसे में पंचायत चुनाव में कुछ ऐसी भी प्रत्याशी है जिनके किस्से हैरान करने वाले है। आगरा के रहने वाले एक खास प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होंने पिछले तकरीबन 35 सालों में लगभग सभी चुनाव लड़े हैं। हालांकि दुर्भाग्य है कि उन्हें हर बार हार का ही मुंह अभी तक देखना पड़ा है। बावजूद इसके वह इस बार फिर 93वीं बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

मूल रूप से खेरागढ़ के निवासी हसनु राम अंबेडकरी पेशे से मजदूर हैं औऱ समाजसेवा का शौकीन हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार वह बीएसपी के कार्यकर्ता थे औऱ उन्होंने एक बैठक में बीएसपी के पदाधिकारी से टिकट की मांग की। इस पर पदाधिकारी ने उन्हें कह दिया कि तुम्हें तुम्हारे घरवाले तक नहीं जानते तुम चुनाव कैसे लड़ोगे। जिसके बाद यह बात उन्हें बुरी लग गयी और उन्होंने चुनाव लड़ना शुरु कर दिया।
इस घटना के बाद से अब तक हसनुन पार्षद, प्रधान और राष्ट्रपति के चुनाव तक के लिए नामांकन कर चुके हैं। हालांकि राष्ट्रपति के चुनाव में नामांकन के बाद उनका पर्चा खारिज हो गया था। लेकिन हसनु के मन में अभी भी तमन्ना है कि वह राष्ट्रपति का चुनाव लड़ें। हसनु खुद कहते हैं कि चुनाव में सफलता के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है। इसके लिए वह सक्षम नहीं हैं। लिहाजा वह चुनाव हारने के लिए ही लड़ते हैं। इस बार भी उनके द्वारा खेरागढ़ के वार्ड 23 से नामांकन किया गया है।