
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर दीपेश चक्रवर्ती के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बातचीत करते हुए कहा कि , उनके लिए ये बड़े गर्व की बात है कि, उनके पिता और दादी की हत्या की गई। ऐसा इसलिए हुए क्योंकि वो किसी चीज के लिए स्टैंड लिया था।
इसी के साथ बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि, उन्हें खुद में सुधार लाने में ट्रोल ने से मदद मिली। राहुल ने वंशवाद के सवाल जवाब देते हुए कहा कि, पिछले करीब 35 वर्ष उनके परिवार का कोई भी सदस्य पीएम नहीं बना है।
राहुल गांधी ने बताया कि, मेरी दादी और पिता की हत्या मुझे और मेरे स्थान को समझने में मदद करता है। इससे मुझे पता चलता है कि, मुझे क्या करना चाहिए और मुझे इसका कोई पछतावा नहीं है।
वंशवाद राजनीति का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मेरे परिवार से आखिरी बार 30-35 साल पहले प्रधानमंत्री बने थे। सरकार में मेरे परिवर से कोई शामिल नहीं था। मैं कुछ मूल्यों के लिए लड़ता हूं। आप यह नहीं कह सकते कि मैं राजीव गांधी का बेटा हूं तो मैं इन मूल्यों के लिए क्यों नहीं लड़ सकता।’ अपनी अब तक के राजनीतिक सफर को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि, इस सफर में अब मैं काफी आगे बढ़ चुका हूं।
राहुल गांधी ने कहा कि, मेरे विचार काफी ज्यादा साफ़ हो चुके हैं। यही सवाल अगर आप 20 साल पहले करते कि, आप क्यों राजनीति में आना चाहते हैं तो मेरा जवाब आज के कुछ अलग होता। जैसे-जैसे मैं इस रास्ते पर आगे बढ़ रहा हूं तो समझ आ रहा है कि, ये विचारों की लड़ाई है।