घाघरा नदी की बाढ़ बढ़ रही आबादी की ओर..

घाघरा नदी की बाढ़ आबादी की ओर बढ़ रही है। टांडा व आलापुर तहसील के तटीय गांवों में हालात बदतर होने लगे हैं। गत दिनों उतरती बाढ़ को देख घरों को वापस लौटे ग्रामीणों के कदम फिर से ठिठक गए हैं। सभी को राहत शिविरों की ओर फिर लौटना पड़ रहा है। पिछले 24 घंटे में सुबह नौ बजे तक ठहराव के बाद धीमी गति से नदी का पानी फिर से बढ़ने लगा है। राहत व बचाव कार्य के लिए चौकन्ना प्रशासन बाढ़ चौकियों से लगातार निगरानी कर रहा है। आलापुर एसडीएम धीरेंद्र श्रीवास्तव व टांडा एसडीएम अभिषेक पाठक ने प्रभावित इलाके का जायजा लिया।

टांडा संसू के मुताबिक घाघरा नदी के जलस्तर में उफान जारी है। तटीय इलाकों में कटान का खतरा बढ़ा है। घाघरा नदी का जलस्तर बीते गुरुवार के सापेक्ष शुक्रवार को चार सेंटीमीटर का बढ़ा है। दोपहर तीन बजे रिकार्ड हुए जलस्तर में नदी खतरे के निशान 92.730 मीटर से 63 सेंटीमीटर ऊपर 93.360 मीटर पर है। दिलशेर का पुरवा, बाबूराम का पुरवा, सतरहिया, जालिम का पुरवा के बाद अब प्रधान का पुरवा की ओर बाढ़ का पानी पहुंचने लगा है। आलापुर तहसील के तटीय गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने से मुसीबतें बढ़ गई हैं।

सूरज की तपिश से मुसीबत बनी उमस : शुक्रवार की सुबह से धूप-छांव का सिलसिला जारी रहा। पारा चढ़ा तो उमस बढ़ने से जनजीवन बेहाल हो गया। प्रमुख और संपर्क मार्गों समेत आबादी के इलाकों में अभी जलभराव है। जिले का तापमान अधिकतम 31 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने भी आगामी सप्ताह में काले बादलों की आवाजाही के बीच बारिश रोजाना होने का अनुमान लगाया है।

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