
Makar Sankranti 2020: आज पूरे देश मकर संक्रांति मनाई जा रही है। इस दिन सूर्य की पूजा करने का विधान है। इस दिन सूर्य की पूजा के साथ-साथ दान करने का भी विधान है। देश के 26 राज्यों में मकर संक्रांति अलग-अलग नाम से पुकारी जाती है साथ ही हर जगह इस त्योहार को मनाने का तरीकी भी अलग है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर आप कुछ विशेष वस्तुएं दान करते हैं तो अपने अशुभ ग्रहों को अपने अनुकूल कर सकते हैं।
क्या करें
तिल के तेल मिश्रित पानी से स्नान करें।
तिल का उबटन लगाएं।
तिल से होम करना।
तिल डालकर जल पीना।
तिल से बने पदार्थ खाना।
तिल का दान देना।
क्या न करें
- स्नान और दान से पूर्व भोजन न करें।
- मकर संक्रांति के दिन या उससे एक दिन पूर्व मांस, मदिरा, धुम्रपान आदि का सेवन न करें।
- घर आए भिक्षुक को खाली हाथ न लौटाएं।
- मकर संक्रांति के दिन असत्य न बोलें, किसी को कटु वचन न कहें।
अशुभ ग्रहों को ऐसे करें अनुकूल
मकर सक्रांति के पावन पर्व पर पूजा, दान और व्रत तो करते ही हैं। इसके अतिरिक्त कुंडली के कमजोर ग्रहों के अशुभ प्रभाव को भी कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको उन ग्रहों से संबंधित दान करने होंगे, जिससे उनके अशुभ फलों को कम करके शुभ फलों में वृद्धि हो सके।गेहूं, स्वर्ण, तांबा, बर्तन, गुड़, गाय, लाल वस्त्र, लाल फूल, लाल चंदन आदि वस्तुओं का दान किसी गरीब ब्राह्मण आदि को दें।
साबुत मूंग, स्वर्ण, हरा वस्त्र, पन्ना, कस्तूरी, हरी सब्जियां, हरी घास किसी गरीब व्यक्ति को दान करें। विशेष रूप से किसी किन्नर को हरे कपड़े के साथ हरी चूड़ी का दान अवश्य करें।
पीली मिठाइयां, केला, हल्दी, पीला धान्य, पीला वस्त्र, पुखराज, स्वर्ण, चने की दाल, शहद, केसर, शक्कर आदि किसी ब्राह्मण अथवा गुरु को अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करें।
चांदी की वस्तुएं, मोती, चावल, दूध, शंख, कपूर, दूध, दही, खीर आदि वस्तुएं किसी कन्या अथवा विवाहित महिलाओं को दें।
सफेद रेशमी कपड़ा, चावल, दही, घी, गाय-बछड़ा, हीरा, इत्र, कपूर, शक्कर, सफेद तिल, मेकअप का सामान, ओपल आदि सायंकाल के समय किसी स्त्री को दान करें।
मसूर की दाल, लाल कपड़ा, गेहूं, सोना, तांबा, लाल चंदन, मूंगा, गुड़, लाल बैल, मीठे पूए आदि किसी गरीब को दोपहर को दान करें।