
सबरीमाला मामले में दायर की गयी पुनर्विचार याचिकाओं पर 13 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. इस सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की बेंच फैसला सुनाएगी. पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायर होने के बाद उनकी पीठ ने इस मामले की सुनवाई को सात जजों की पीठ को रेफर कर दिया था. इसके लिए दिसंबर 2019 में सात न्यायाधीशों की एक बड़ी बेंच गठित की गई थी.
महिलाओं के प्रवेश का है मामला-
आपको बता दें कि केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सभी महिलाओं को इस मंदिर में जाने के लिए सभी उम्र की महिलाओं को इसमें प्रवेश का अधिकार दे दिया था. जिसके बाद इस फैसले के विरोध में अभी तक 60 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं.
जाधवपुर यूनिवर्सिटी पहुंची JNU हिंसा की आग, विरोध को काबू करने को किया लाठीचार्ज
सुप्रीम कोर्ट के अनुसार महिलाओं को किसी भी तरह से मंदिर में जाने से रोकना भेदभाव वाली प्रथा है, साथ ही ये उनका मौलिक अधिकार का हनन माना जायेगा. जिस पर रोक लगाना बेहद जरुरी है.