सरकार के आदेश की अधिकारी लगातार बना रहे माला, नहीं हो रही कहीं कोई सफाई…
रिपोर्ट- अभिषेक यादव
लखनऊ। सूबे में सरकार भले ही स्वच्छता मिशन के तहत गांवों को साफ सुथरा रखने के लिए लगातार अधिकारियों को निर्देश दे रही हो लेकिन सरकार के इन आदेशों का अधिकारियों पर जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा ।
अधिकारी लगातार सरकार के फरमान की धज्जियां उड़ा रहे हैं जिसका उदाहरण राजधानी के गोसाईंगंज स्थित गाँवो में बखूबी देखा जा सकता हैं यहां की सफाई व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है नालियां चोक होने के कारण गन्दा पानी सड़को पर बह रहा है और मजबूरी में लोगो को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर जरा भी परवाह नही कर रहे है।
जी हां हम बात करते हैं राजधानी के गोसाईंगंज के गांवो की जहां पर गांव में सफाई कर्मचारी नही आता है जिससे गांव की साफ सफाई की व्यवस्था पटरी से उतर गई गांव भर में नालियों के चोक होने से पानी सड़क के ऊपर बह रहा है जिससे आस पास के लोगो को नरकीय जीवन जीना पड़ रहा है। आपको बता दें यहां पर सफाई कर्मचारी कागजों में तो नियुक्त है ।
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लेकिन वास्तविक रूप से कभी भी गांव का हाल देखने नहीं आता जिससे सफाई कर्मी की इस मनमानी का खमियाजा गांव के लोग भुगतने को मजबूर हैं गांव की गलियों में जगह-जगह गंदगी की भरमार है सफाई ना होने के कारण नालियों का गंदा पानी सड़क पर एकत्र हो जाता है।
लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है यही नहीं गांव की इस बदहाल स्थिति को देखकर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासनिक जिम्मेदार अधिकारियों से गांव में नियुक्त सफाई कर्मचारी की लापरवाही की शिकायत की लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने सुध नही ली जिससे लगातार गांव बदहाली की मार झेल रहा है जिससे सफाईकर्मी की लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
वही ऐसे में अब देखने वाली बड़ी बात होगी कि जिस तरह से प्रदेश में योगी सरकार के स्वच्छता अभियान को उसके ही जो जिम्मेदार अधिकारी लगातार पलीता लगा रहे हैं ऐसे में सरकार स्वछता अभियान को फेल करने वाले नकारे अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करती हैं जिससे गांव की साफ सफाई हो सके और लोग स्वच्छ वातावरण में रह सके।